रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जून। लालपुर शराब दुकान में मिलावटी और बिना होलोग्राम की शराब जब्ती के मामले कार्रवाई को लेकर आबकारी विभाग और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यहां से 300 पेटी शराब मिली थी। इस दुकान का फरार सुपरवाइजर और सेल्समैन अबतक पकड़ से बाहर है। वहीं आबकारी विभाग की अबतक की कार्यवाही पर क?ई प्रश्न लग रहे है। यह गड़बड़ी उस वक्त की गई जब विभाग की सचिव महीनों के लंबे अवकाश पर चली गई है।
इतना ही नहीं सचिव आबकारी की अनुशंसा के बाद भी विभाग के स्थानीय एडीईओ को निलंबित नहीं किया गया है। इसके विपरित राजेंद्र नाथ तिवारी को हटाकर टेक बहादुर कुर्रे को पदभार देकर पूरे मामले पर लीपापोती हो रही है।
इसी तरह से ठेका कंपनी बीआईएस पर भी अबतक कोई कार्यवाही नहीं होने से विभाग की कार्यवाही पर भी गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे है। जिला आबकारी अधिकारी और ठेका कंपनी के जिम्मेदारों की भूमिका संदेह के दायरें में है।इस कंपनी के ब्लैकलिस्टेड हो चुके कर्मचारी दूसरे के फर्जी दस्तावेज लगाकर आबकारी विभाग की दूसरी दुकानों पर कर रहे है। लालपुर भट्टी के फरार सुपरवाइजर के दस्तावेजों की जांच में यह सामने आ चुका है।