रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जून। मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर महिला से 10 लाख रूपए की ठगी हो गई। आरोपी ने एक साल पहले पीडिता की बेटी को एमबीबीएस 2024 की भर्ती के दौरान सीट दिलाने का झांसा दिया था।
वीणा सिंग ने राखी थाना में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई कि जुलाई 2024 में उसकी मुलाकात मोहित सागोरिका से हुई थी। इस दौरान मोहित ने वीणा सिंग की लडक़ी को एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा के दौरान विभागों में जान पहचान होने का झांसा देकर मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने की बात कर पैसों की मां किया गया। वीणा सिंग ने मोहित पर भरोसा कर बेटी की पढ़ाई के लिए किस्तों में 10 लाख रूपए दे दिए । इसके बाद मेडिकल कॉलेज में चयन सूची का लिस्ट आने पर बेटी का नाम नहीं होने पर मोहित से पूछे जाने पर वह आसवासन देकर बहलाता रहा। बार बार फोन करने पर भी मोहित के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। पैसा लेने के बाद से मोहित ने किसी भी प्रकार का कोई नियुक्ति कराई। साल भर बीत जाने के बाद वीणा सिंग ने ठगी होने के शक में राखी थाना जाकर मोहित सागोरिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने 318-4 का अपराध दर्ज कर किया है।
खाता में पैसा जमा होने का फर्जी मैसेज आया, 91 हजार पार
रायपुर, 19 जून। खमतराई इलाके में अज्ञात मोबाइल धारक ने युवक के खाता में फेक ट्रांजेक्शन कर, पैसा नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर अलग-अलग क्यूआर के माध्यम से 91 हजार रूपए ठग लिए। और मैं सन्यासीपारा खमतराई निवासी अंकुर सिंह ने इसकी रिपोर्ट थाना में दर्ज कराई है। 11-12 जून की रात में उसके मोबाइल पर अज्ञात नम्बर 8002705909 से फोन आया था। जिसमें उसने स्वयं को एस्कॉर्ट सेवा का प्रतिनिधि बताया कि उसके नाम से एक बुकिंग की गई है। जिसे अंकुर ने साफ मना कर दिया। तब उसी समय उसके मोबाइल पर 13,000 खाता में जमा होने का मैसेज आया था। इस पर अंकुर ने भरोसा कर बताए गए वेबसाइट/नंबर पर 3,000 अपने स्टूडेंट अकाउंट से और 10,000 अपने सेविंग अकाउंट से ट्रांसफर कर दिए। इसक बाद जब अंकुर ने बैंक स्टेटमेंट चेक किया तो कोई भी राशि मेरे खाते में आई ही नहीं था। पैसे भेजने के कुछ समय बाद वह फर्जी मैसेज अपने आप डिलीट हो गया। इसके बाद अज्ञात फोन कर लड़कियों के नाम से ब्लैकमेल कर पैसों की मांग करने लगा। और इस प्रकार अज्ञात व्यक्ति ने अंकुर को डरा धमका कर 91,000 रूपए को धोखे से जमा करा लिए।