रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 जून। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर मंडल के कार्मिक विभाग द्वारा रेलवे इंस्टीट्यूट बी.एम.वाई एवं रेलवे मिश्रित हायर सेकेन्डरी स्कूल बी.एम.वाई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नि:शुल्क ग्रीष्मकालीन सांस्कृतिक प्रशिक्षण शिविर ‘आदित्यान्वेषण’ का रविवार को समापन हुआ । प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी, द.पू.म.रेलवे आदित्य कुमार के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि वरि.मंडल कार्मिक अधिकारी राहुल गर्ग श्रीमती अनुप्रिया गर्ग उपस्थित थी।
प्रशिक्षण शिविर में 90 रेलवे/गैर रेलवे परिवार के प्रशिक्षुओं ने नाट्य, नृत्य, संगीत, ड्राइंग/पेंटिंग विधाओं मे प्रशिक्षण पूर्ण किया । पचास चुनिंदा प्रशिक्षुओं ने कला साहित्य अकादमी के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में बच्चों ने स्वयं नाटकों का लेखन, निर्देशन अभिनय, नृत्य गायन की रंगारंग प्रस्तुति दी। सम्पूर्ण प्रशिक्षण शिविर के विभिन्न विधाओं के प्रशिक्षण एवं प्रस्तुतियों का निर्देशन शक्ति चक्रवर्ती, अध्यक्ष कला साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ एवं वरिष्ठ कलाकार ने किया।
कला साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों, मणिमय मुखर्जी, पी. पी. विश्वास (बबलू), गौतम शील, बरूण चक्रवर्ती, पार्थो चक्रवर्ती, साई चक्रवर्ती, सारथी चक्रवर्ती, श्रीमती गौतमी चक्रवर्ती, श्रीमती आरती नगरारे (बाली), समीर च्रकवर्ती, श्रीमती सुचिता मुखर्जी, रूद्र प्रसन्न जेना, केसरी बाग, डिलेश्वरी का भी मार्गदर्शन रहा । बच्चों ने समूह नृत्य, नाटक-बूढ़ी काकी, प्ररेणादायक समूह गीत-तू जि़ंदा है, नाटक- सरपंच कप क्रिकेट लीग, देशभक्ति गीत मैशप, नाटक- पालन पोषण, छत्तीगढ़ के लोक नृत्य जैसे सभी कार्यक्रमों का निर्देशन, लेखन और प्रस्तुति प्रशिक्षुओं कु.दीया, नियति, भाव्या, गीतांजली स्वरा और अन्य प्रशिक्षुओं ने किया ।
इस कार्यक्रम मे डी.विजय कुमार, मंडल समन्वयक/ द.पू.म. रेलवे मेंस कांग्रेस एवं श्रीमती डी. लक्ष्मी, प्राचार्या उपस्थित रही। कार्यक्रम के अंत मे प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र एवं सभी प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन फरीदी निसार अहमद मुख्य कर्मचारी एवं कल्याण निरीक्षक एवम श्रीमती नेमानी हेमा ने किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम के संयोजन में, बी.डी.प्रसाद, बलवंत शर्मा, राबर्ट जोसेफ, अतनु मुखर्जी, केसरी बाग, चंदन कुमार, पी.बाबूराव, राजीव बिलैय्या, कुणाल चंद्रा, जितेन्द्र कुमार, प्रीति राजवैद्य, डॉ सोनिया पटवा, वाई.एल.ओरासे, एस.बी पाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।