रायपुर

नन्हें बेटे ने दी मुखाग्नि, पत्नी ने किया सैल्यूट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जून। सोमवार को कोंटा, सुकमा में हुए नक्सली आईईडी ब्लास्ट में शहीद एएसपी आकाश राव गिरपूंजे आज पंचतत्व में विलीन हो गए।।आशीष की देह को उनके नन्हे बेटे ने अग्नि दी। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन आंखें नम थीं। इससे पहले आशीष के देह को अ कुशालपुर स्थित निज निवास से माना बटालियन परिसर ले जाया गया। रास्ते भर मौजूद लोगों ने जब तक सूरज चांद रहेगा, आकाश तेरा नाम रहेगा, के नारे लगाते रहे। गिरेपुंजे को माना स्थित चौथी बटालियन में पूरे सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वहां से पार्थिव देह को महादेव घाट के लिए रवाना किया। जहां पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पत्नी समेत सभी परिजनों ने पंजा उठाकर सलामी दी। इस दौरान राज्य और जिला प्रशासन, पुलिस के सभी आला अफसर कर्मचारी भी मौजूद रहे।
ट्रांसफर लेने से मना किया था- शर्मा
माना बटालियन में आयोजित शोक परेड के बाद मीडिया से चर्चा में डिप्टी सीएम गृह विजय शर्मा ने कहा कि आकाश बहादुर अफसर थे। आकाश ने खुद बस्तर से ट्रांसफर लेने से मना किया था। बता दें कि आकाश गिरिपुंजे का तबादला राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद बस्तर किया गया था।