रायपुर

शाला प्रवेशोत्सव का बहिष्कार करेंगे शिक्षक
07-Jun-2025 6:38 PM
शाला प्रवेशोत्सव का बहिष्कार करेंगे शिक्षक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 7 जून। स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के विरोध में आए 23 शिक्षक संगठनों के सर्वशिक्षक साझा मंच ने 16 जून से शाला प्रवेश उत्सव का प्रदेशव्यापी बहिष्कार करने की घोषणा की है। मंच के प्रमुख केदार जैन, मनीष मिश्रा, वीरेन्द्र दुबे, विष्णु प्रसाद साहू, जाकेश साहू, विकास राजपूत, प्रीतम कौशिक, संजय शर्मा ने शनिवार को प्रेस क्लब में संयुक्त पत्रकारवार्ता की।

उन्होंने कहा कि विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण को पूरी तरह से निरस्त किया जाना चाहिए। इसे 2008 के सेटअप के अनुसार करना होगा। इसके विरोध में 10 जून को सभी जिला मुख्यालयों में जिला स्तरीय पोल खोल रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा। 13 जून को संभाग स्तरीय रैली करेंगे।

जैन ने बताया सेटअप के अनुरूप पदस्थापना न होना विभागीय निरंकुशता व भाई-भतीजावाद का परिणाम है। हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी विषयवार लागू है, युक्तियुक्तकरण के तहत कालखंड की संख्या के आधार पर अतिशेष शिक्षक खोजना अनुचित है। जबकि विभिन्न कक्षाओं में सेक्शन के आधार पर अधिक पदों की स्वीकृति आवश्यक है। नेताओं ने कहा नई भर्ती व पदोन्नति से शिक्षकविहीन एकल शिक्षकीय स्कूलों में पदस्थापना का समाधान किया जा सकता था। विभाग ने मिडिल स्कूलों में विषय बंधन को समाप्त कर भर्तियां की थी, तथा भर्ती व पदोन्नति की पदस्थापनाओं में मनचाहा संशोधन सेटअप व विषय को दरकिनार किया गया जिसके कारण अधिकांश शालाओं में शिक्षक प्रभावित होने जा रहे हैं।

युक्तियुक्तकरण से बस्तर संभाग में सैकड़ों पोटा केबिन स्कूलों के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। शिक्षकों ने आपत्ति की कि रायपुर जिले के किसी भी विकासखंड में अतिशेष सूची का प्रकाशन नहीं किया गया और अतिशेष चिन्हांकित शिक्षकों को दावा-आपत्ति का अवसर नहीं दिया गया। कनिष्ठ सहायक शिक्षकों को उन्हीं स्कूलों में यथावत रखा गया है।  जिन शालाओं में अतिशेष शिक्षक चिन्हित किए गए, उन्हीं में रिक्त पद दिखाते हुए पदस्थ कर दिया गया। आत्मानंद विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति के लिए असहमति देने वाले अनेक शिक्षकों को अतिशेष चिन्हांकित नहीं किया।

 और पीएमश्री विद्यालयों को भी अतिशेष की गणना से मुक्त रखा गया है जो उचित नहीं है।


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