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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 जून। बैंकों के अधिकारी कर्मचारियों पर होने वाले हमलों की घटनाओं को देखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने राज्य सरकारों को चि_ी लिखकर बैंकों में सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है। चि_ी में कहा है कि बदमाशों के हमले की वजह से बैंकों के कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है और जनता का बैंकिंग सिस्टम से भरोसा उठ रहा है।
हाल के दिनों में सोशल मीडिया और अखबारों की रिपोर्टों के जरिए यह सामने आया है कि देश के विभिन्न हिस्सों में बैंक कर्मचारियों को बदमाशों द्वारा धमकाने, गाली-गलौच करने और यहां तक कि शारीरिक हमलों का भी सामना करना पड़ रहा है. इन घटनाओं से न केवल बैंकिंग सेवाएं बाधित हो रही हैं, बल्कि बैंक कर्मियों का मनोबल भी गिर रहा है और आम जनता का बैंकिंग सिस्टम पर से विश्वास भी डगमगा रहा है। एसबीआई के एक स्थानीय अधिकारी ने वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू का लिखा पत्र छत्तीसगढ़ से साझा किया है। मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है राज्य सरकारें जिला मजिस्ट्रेटों और स्थानीय पुलिस प्रशासन को उपयुक्त निर्देश जारी करें, ताकि बैंक शाखाओं में किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियों को रोका जा सके। खासतौर पर भीड़भाड़ वाले इलाकों और व्यस्त समय के दौरान बैंक शाखाओं में पुलिस गश्त या स्थानीय सुरक्षा बलों की तैनाती करने पर जोर दिया गया है।
चि_ी में यह भी कहा गया है कि नामित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस प्रकार की घटनाओं पर त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देनी चाहिए. दोषियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाए ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो। कुछ राज्यों से यह भी रिपोर्ट किया गया है कि महिला बैंक कर्मचारियों को ग्राहक परेशान कर रहे हैं। बैंक कर्मचारी संघों ने इन घटनाओं को रोकने के लिए शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की है। इस पत्र के हवाले से अब जिला कलेक्टर पुलिस अधीक्षक अपने अपने जिलों में बैंक अधिकारियों के साथ सुरक्षा बैठकें करने कहा गया है।