रायपुर

धर्मांतरण रोकने आरएसएस ही कर सकती है हमारी मदद-अरविंद नेताम
06-Jun-2025 6:01 PM
धर्मांतरण रोकने आरएसएस ही कर सकती है हमारी मदद-अरविंद नेताम

संघ प्रमुख भागवत की मौजूदगी में कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने कहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 6 जून। स्व. इंदिरा गांधी, नरसिम्हा राव की कांग्रेस सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहे अरविंद नेताम ने गुरुवार को नागपुर में आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के पैतृक निवास भी गए, और वहां फोटो भी खिंचवाई।

पूर्व केंद्रीय नेताम के साथ छत्तीसगढ़ में आरएसएस के प्रांत प्रमुख डॉ. पुर्णेन्दु सक्सेना भी थे। आदिवासी नेता नेताम को आरएसएस ने एक कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप आमंत्रित किया था। इस कार्यक्रम में आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी थे। कार्यक्रम के बाद नेताम, डॉ. सक्सेना, और अन्य लोगों के आरएसएस दफ्तर भी गए। वो संस्थापक डॉ. हेडगेवार के निवास जाकर आरएसएस की गतिविधियों की जानकारी ली।

इससे पहले गुरुवार को  स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी राज्य सरकार ने धर्मांतरण के मुद्दे को अब तक गंभीरता से नहीं लिया है. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि आरएसएस ही एकमात्र संस्था है जो इस क्षेत्र में हमारी मदद कर सकती है। नेताम ने कहा कि आरएसएस को नक्सलवाद समाप्त होने के बाद केन्द्र सरकार पर कार्ययोजना बनाने के लिए दबाव डालना चाहिए, ताकि यह समस्या फिर से न पनपे।

नेताम ने कहा कि किसी भी सरकार ने पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम, 1996 या पेसा को लागू नहीं किया. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार चुप है और यहां तक कि उद्योगपतियों की मदद कर रही है.पेसा अधिनियम का उद्देश्य ग्राम सभाओं के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में स्वशासन सुनिश्चित करना, उन्हें संसाधनों का प्रबंधन करने तथा अपने समुदायों से संबंधित निर्णय लेने में सशक्त बनाना है। इससे पहले सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके बाद भारत द्वारा की गई कार्रवाई के पश्चात राजनीतिक वर्ग में दिखी आपसी समझ जारी रहनी चाहिए और एक स्थायी विशेषता बननी चाहिए।   25 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में देश भर से 840 स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।

केदार ने की तारीफ तो बैज ने कहा-संघ की भाषा बोल रहे

आरएसएस मुख्यालय में पूर्व कांग्रेस नेता अरविंद नेताम के संबोधन पर छत्तीसगढ़ में भाजपा कांग्रेस नेताओं के बीच के बीच सियासी बयान शुरू हो ग?ए हैं। भाजपा सरकार के मंत्रियों ने जहां हाथों हाथ लिया है वहीं कांग्रेस ने विरोध किया है। वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि दीपक बैज 5 साल चर्च खुलवाने में निकाल दिए।लगातार अवैध धर्मांतरण को संरक्षण दिया।कार्यवाही करनी थी उसे समय मुंह में लड्डू डालकर बैठे थे। कांग्रेस अवैध धर्मांतरण करने वालों के साथ खड़ी रहती थी ।कांग्रेस की स्थिति बदतर होते जा रही है ।आरएसएस राष्ट्रीय भावनाओं को लेकर काम करती है।सामाजिक रूप से सभी चाहते है अवैध धर्मांतरण रुकना चाहिए। अरविंद नेताम के बातों में दम और गहराई है।

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि नेताम आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं। संघ के संपर्क में आने के बाद अरविंद नेताम की  बोली भाषा बदल गई है। जबकि आरएसएस आदिवासियों के पक्ष में कभी नहीं रही।बस्तर के आदिवासी कभी स्वीकार नहीं करेंगे। दोनों की विचारधारा में बड़ा फर्क है। नेताम आरएसएस को बस्तर आने का निमंत्रण देने गए थे। नेताम ने बस्तर और आदिवासियों के हित में बात नहीं की है।बस्तर के लोग अरविंद नेताम के इस कदम को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।


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