रायपुर

मंत्रालय में पदोन्नति के साइड इफेक्ट, गृह-सीएस दफ्तर में ही अनुभाग अधिकारी नहीं
30-May-2025 6:14 PM
 मंत्रालय में पदोन्नति के साइड इफेक्ट, गृह-सीएस दफ्तर में ही अनुभाग अधिकारी नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 30 मई। राज्य मंत्रालय में सांख्येत्तर पद लेकर अवर सचिव (युएस)की पदोन्नतियों के बाद विभागों में अनुभाग अधिकारियों की कमी हो गई है। वहीं कई विभागों में आवश्यकता से अधिक तीन से चार अवर सचिव हो गए हैं।अनुभाग अधिकारी (एसओ)विभागों में एक तरह से प्रस्तुतिकरण अधिकारी होते हैं।

इस वर्ष की शुरुआत में जब जीएडी ने सीएम सचिवालय के रिटायर होने वाले एक दो एसओ को पदोन्नति का लाभ देने यूएस और एसओ के 18-19 सांख्येत्तर पद मंजूर किए थे। इनसे  99 और 07 बैच के अमले को धड़ाधड़ पदोन्नति दे दी गई।तभी छत्तीसगढ़ ने इस संभावित दिक्कत से आगाह किया था। और अब साप्रवि, मंत्रालय कैडर में उन्हीं समस्या का सामना कर रहा है। बताया गया है कि गृह जैसे अहम विभाग समेत कई विभागों में एसओ नहीं है। इसके विपरीत कुछ विभागों में आवश्यकता से अधिक एसओ, यूएस हो गए हैं। मंत्रालय। सूत्रों ने बताया कि। जीएडी -8 शाखा में दो एसओ थे। वो दोनों वहीं यूएस हो गए।

 इनमें से एक को दूसरे विभाग भेजा जाना था लेकिन अब स्थानांतरित नहीं किया गया। जबकि काम के लिहाज से देखें तो सेक्शन में आवश्यकता से अधिक है। उस पर जबकि वहां राप्रसे अफसर अंशिका पांडे उप सचिव है,वह वहीं यूएस भी रहीं हैं। जब उप सचिव  हैं तो यूएस की जरूरत नहीं बताई गई है। इसी तरह से मुख्य सचिव कार्यालय में ही ओपी पात्र के यूएस  पदोन्नति के बाद से एसओ नहीं है। यह दफ्तर, प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया का होने से सेटअप के लिहाज से हर पद पर व्यक्ति होना चाहिए। दूसरी ओर कई विभागों में तो मंत्रालय कैडर के एसओ, यूएस के बजाय मूल विभाग से लाकर बिठाए गए हैं। इनमें खनिज,जल संसाधन, लोनिवि, उच्च शिक्षा प्रमुख हैं। उच्च शिक्षा में तो 4-4 यूएस हैं।

इसी तरह से वित्त विभाग पर मानो राज्य वित्त लेखा सेवा संवर्ग के लोगों का आधिपत्य है। यहां मंत्रालय कैडर की एक ही यूएस शांता खरे पदस्थ हैं। इससे पहले उप सचिव जीएस राजपूत के समय वित्त में कोई भी यूएस नहीं थे। वहीं कई विभागों में राप्रसे अफसरों के यूएस बनकर आने से भी मंत्रालय संवर्ग को पद नहीं मिल रहे। कुछ को जीएडी पूल में वेटिंग की भूमिका में रहना पड रहा है।

साहबों के पास अब 3-3 भृत्य

दूसरी ओर साप्रवि ने हाल में काल मी सर्विस एजेंसी के जरिए 70 कृत्यों को नियुक्त किया है। जीएडी  ने इन्हें एसीएस से लेकर उप सचिव स्तर के अफसरों के यहां तैनात किया है। इनके  निजी स्थापना में पहले से ही मंत्रालय कैडर के भृत्यों के अलावा प्रभार वाले विभागों से भी एक दो दिए गए हैं। इस तरह से हरेक आला अफसर के पास तीन से चार चपरासी तैनात हैं।और विभागीय सेक्शन अभी भी चपरासी विहीन है। यूएस,एसओ को स्वयं नस्तियां लेकर भाग दौड़ करते और ग्रेड वन स्टाफ को फाइलिंग, फोटोकापी करते देखा जा सकता है।


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