रायपुर

झीरम शहीदों के लिए श्रद्धांजलि सभा में भूपेश ने कहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 मई। झीरम हमले की 12वीं बरसी पर राजीव भवन में कांग्रेसजनों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एआईसीसी महासचिव एवं पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। शहीदों के लिये दो मिनिट का मौन रख कर नमन किया गया।
इस अवसर पर बघेल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हमारी सरकार ने एसआईटी बनाकर षडय़ंत्र की जांच करने का प्रयास किया। एनआईए ने इस मामले की जांच बंद कर दिया था।
कांग्रेस शासन काल में बार-बार मांगे जाने के बावजूद एनआईए ने झीरम की केस फाइल नहीं दिया। एनआईए ने भी एसआईटी की जांच को रोकने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया, बाद में हाईकोर्ट ने एनआईए के स्टे को खारिज कर दिया। एनआईए हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गयी जहां सुप्रीम कोर्ट ने 21 नवंबर 2023 को एनआईए की याचिका को खारिज कर दिया। लेकिन तब तक राज्य में सरकार बदल गयी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राज्य की एसआईटी के जांच के रास्ते खुल गये। झीरम मामले के 12 साल पूरे होने के बावजूद पीडि़तों के परिजनो और घायलों को न्याय नहीं मिला। भाजपा की सरकारों ने हमेशा झीरम की जांच को रोकने का प्रयास किया। आखिर इतनी परदेदारी क्यों? किसको बचाने के लिये जांच को रोका जाता है? भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भय है कि झीरम का सच आने से उनके षडय़ंत्र बेनकाब हो जायेंगे। मुझे दुख है कि सरकार में रहते केंद्र सरकार के अवरोध के कारण जांच नहीं हो पाई।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि आज भी छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा को घोर नक्सल इलाके में ही क्यो हटाया गया था? झीरम नरसंहार भाजपा के लिए उसकी तत्कालीन सरकार द्वारा की गई चूक मात्र हो सकती है तथा उसकी तत्कालीन सरकार द्वारा किया गया एक षड्यंत्र मात्र हो सकता है।
श्रद्धांजली सभा में पूर्व सांसद छाया वर्मा, कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे, ग्रामीण अध्यक्ष उधो वर्मा, पंकज शर्मा, ज्ञानेश शर्मा, विनोद वर्मा, महेन्द्र छाबड़ा, सुरेन्द्र शर्मा, धनंजय सिंह ठाकुर, घनश्याम राजू तिवारी, सुरेन्द्र वर्मा, डॉ. अजय साहू, राम गिडलानी, चंद्रदेव राय, श्रीकुमार मेनन, शिवसिंह ठाकुर, आकाश तिवारी, एजाज ढेबर, सुनील बाजारी उपस्थित थे।
झीरम में कांग्रेसियों का हाथ-साहू
झीरम घटना के समय कांग्रेस में रहे भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने आज एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा झीरम कांड में कांग्रेस के लोगों का हाथ है। इस घटना में मोतीलाल साहू भी पीठ और जांघ में चोट से घायल हुए थे। उन्होंने कहा पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पास रखे सबूत से कांग्रेस की बदनामी होगी इसलिए बघेल सबूत नहीं दे रहे। साहू ने कहा झीरम में दिवंगतों को न्याय मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार नक्सलियों पर कार्रवाई कर रही है। वहीं पूर्व मंत्री, भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने घटना को दुखद, दर्दनाक बताते हुए मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की। अजय ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार तब से लेकर अब तक झीरम कांड में जो कर सकती है वो सब किया। आज भी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद सफाए का मार्च-26 का जो लक्ष्य तय किया है। उसके पीछे धारणा यही है कि जो राजनीतिक नेतृत्व और लोकतंत्र है वह सुरक्षित रहे। जब उन्मूलन की बात होगी, तो उसमें झीरम के दोषी भी शामिल हैं। शाह के इस अभियान में प्राकृतिक न्याय अब हो रहा है कि देश के राजनीतिक नेतृत्व, और कार्यकर्ताओं की ओर आंख उठाकर देखने वाला कोई नहीं रहेगा। अमित शाह आंतरिक सुरक्षा इतनी मजबूत कर देंगे। बघेल के एसआईटी जांच रोके जाने के आरोप पर चंद्राकर ने कहा भूपेश बघेल जब तक राजनीति में रहेंगे। तब तक झीरम कहते रहेंगे। उनको झीरम में न्याय, जांच से मतलब नहीं। क्योंकि जितने प्रकार की जांच हो सकती है वो चल रही है। और बघेल को राजनीति करनी है। कांग्रेस के पास इस पर राजनीति करने के अलावा कोई दूसरा मुद्दा नहीं है। अजय ने आरोप लगाया कि जो पीडि़त परिवार हैं उनको कांग्रेस सरकार में रहकर न्याय नहीं दे सकती।