रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 मई। बुधवार को पांच घंटे के अंतराल में राजधानी स्टेशन के आउटर केबिन मालगाड़ी दो बार पटरी से उतर गई। सुबह मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना करीब 8 बजे के आसपास हुई। करीब 3 घंटे की मरम्मत के बाद यातायात बहाल कर दिया गया। इसके बाद दोपहर 3 बजे उरकुरा, मोवा ट्रैक पर भी मालगाड़ी में पटरी छोड़ दी। बताया जा रहा दोनों ही जगह एक ही मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई। इस दौरान कुछ ट्रेनों की आवाजाही देरी से हुई। इस वजह से यात्री ट्रेनों को भाटापारा, तिल्दा, महासमुंद, रायपुर स्टेशनों में रोकना पड़ा।
यह मालगाड़ी बिलासपुर से रायपुर स्टेशन तरफ आ रही थी। इसमे कच्चा लोहा लोड था। जो नागपुर से आकर विशाखापटनम की ओर जा रही थी। इसकी खबर मिलते ही रेलवे के ट्रैक मेंटेनेंस अधिकारी, आरपीएफ मौके पर पहुंच सुधार कार्य में जुटे, और तीन घंटे बाद यातायात बहाल किया, लेकिन दोपहर 3 बजे मोवा के निकट यही गाड़ी पटरी से उतर गई। शाम तक मरम्मत कार्य जारी था। इससे स्टेशन यार्ड में ट्रेनों की आवाजाही ठप रही। कुछ ट्रेनों को रायपुर के बाहर सरोना उरकुरा और अन्य स्टेशनों में वेटिंग हाल्ट देना पड़ा। साप्ताहिक कार्य दिवस होने के कारण लोकल ट्रेनों से दुर्ग भिलाई, भाठापारा की ओर जाने और आने वाले दैनिक यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वह तो गनीमत है कि वह कोई पैसेंजर ट्रेन नहीं थी। सुबह के वक्त कई ट्रेनों का पासिंग टाइम होता है। हालांकि रेल प्रशासन ने दावा किया कि कोई भी ट्रेन प्रभावित नहीं हुई है।
पिछले वर्ष ही मेगा ब्लॉक लेकर स्टेशन यार्ड में बड़ा मेंटेनेंस वर्क किया था उधर रेल अमला उरकुरा स्टेशन के उदघाटन में व्यस्त रहा और राजधानी के रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक मेटेनेंस की पोल खुल गई। रेल मंडल मे एक वर्ष पहले ही तीन से चार दिनों का मेगा ब्लॉक लेकर स्टेशन यार्ड में बड़ा मेंटेनेंस और नॉन इंटरलॉकिंग कार्य करवाया था। और दावा किया था कि भविष्य में ऐसी समस्या नहीं आएगी। और आज ऐसे समय यह हादसा हुआ जब पीएम मोदी अमृत मिशन स्टेशन योजना शुरू कर रहे थे ।