रायपुर
कांग्रेस शासन में इतने भ्रष्टाचार, बेचारे कवासी नहीं जानते कब रिहा होंगे-अजय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 मई। 25 मई को झीरम शहादत दिवस को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं में बयानी हमले शुरू हो गए हैं। कल बैज ने बस्तर के आयोजन में गृह मंत्री विजय शर्मा को आमंत्रित कर सवाल पूछने की बात कह चुके हैं। तो पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने मामले की जांच पर उंगली उठाया था ।
इस पर पूर्व गृह मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है। उन्होने कहा कि झीरम बीते ,5 वर्ष तक भूपेश बघेल के लिए राजनीति करने का विषय था और आज भी है। जब हम सरकार में रहे मैं गृह मंत्री था ते सीबीआई जांच की घोषणा की थी। अब वो क्या चाहते हैं , स्पष्ट नहीं है ।कभी उन्होंने कुछ किया नहीं। उनकी मंशा यही है कि जब कोई विषय न हे ते संवेदनशील विषय को उठा लो। वो सबसे बड़ा विषय झीरम ही है। करना कुछ नहीं है उनको । पीडि़तों को न्याय नहीं दिलाना है। न जांच कराना। समय समय पर झीरम झीरम बोलते रहना है । अजय ने कहा कि अपने 5वर्ष में बघेल ने क्या किया ।उनकी एस आई टी ने क्या किया,कितनी बैठकें हुईं बताएं। चंद्राकर ने जेब में सबूत होने के बघेल के दावे बयानों को याद दिलाते हुए कहा कि जेब में है तो जांच में रखे । यह हम विधानसभा में भी कहते रहे हैं । अजय ने चुटकी ली कि बघेल रात को सबूत पढ़ते हैं फिर जेब में रख लेते हैं। इस बीच कई जांच एजेंसियां उनके घर गई, लेकिन उनकी जेब, घर से सबूत बरामद नहीं हुए कई दूसरी चीजें बरामद हुए। लेकिन झीरम के सबूत नहीं मिले। केवल बयान बाजी के लिए सबूत जेब में रखते होंगे। कॉलेज के विद्यार्थियों को लैपटॉप टैबेलेट वितरण की योजना शुरू न होने के प्रश्न पर चंद्राकर ने कहा यह मोदी की गारंटी है सीएम साहब को अच्छे से मालूम है। कब क्या करना है वे जानते हैं। निश्चित रूप से ये काम भी करेंगे।
सीएम के विभागों में सर्वाधिक भ्रष्टाचार के कांग्रेस नेताओं के आरोप पर अजय ने कहा उनको किसी भी तरह के भ्रष्टाचार पर बोलने का अधिकार नहीं। पांच वर्ष में वो बोरे बासी, गोबर, गौ माता, गौठान, किसी को नहीं छोड़ा। जिसमें भ्रष्टाचार न किया हो। दारू और धान की बात छोड़ दीजिए, बेचारे लखमा कब रिहा होंगे नहीं जानते।
बघेल के घर कई एजेंसियां गई, लेकिन नहीं मिले झीरम के सबूत!