रायपुर

छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी अब उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए उज़्बेकिस्तान जा सकेंगे
23-Apr-2025 7:19 PM
छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी अब उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए उज़्बेकिस्तान जा सकेंगे

कृषि विवि और 5 वर्ष पुराने डेनाउ इंस्टीट्यूट से समझौता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 23 अप्रैल। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर छत्तीसगढ़ एवं डेनाउ इंस्टीट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप एंड पेडागॉजी, डेनाउ, उज़्बेकिस्तान के बीच इसके लिए  एक समझौता किया गया। उज़्बेकिस्तान में भारत की राजदूत सुश्री स्मिता पंत की उपस्थिति में  ऑनलाइन अनुबंध समारोह में द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन परकुलपति डॉ. गिरीश चंदेल तथा डेनाउ इंस्टीट्यूट के कुलाधिसचिव (रेक्टर) प्रो. आयबेक रोजि़व ने हस्ताक्षर किए। इस द्विपक्षीय समझौते के अनुसार दोनो संस्थानों के विद्यार्थी स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोध पाठ्यक्रमों में  एक-दूसरे संस्थान में जा सकेंगे। इसी प्रकार दोनों संस्थानों के प्राध्यापक एवं वैज्ञानिक भी एक-दूसरे के संस्थान में अध्ययन एवं अनुसंधान कर सकेंगे।

अनुबंध समारोह को संबोधित करते हुए उज़्बेकिस्तान में भारत की राजदूत सुश्री स्मिता पंत ने कहा कि भारत की उज़्बेकिस्तान के रिश्ते बहुत पुराने हैं तथा सदियों से भारत और उज़्बेकिस्तान के मध्य व्यापार होता रहा है और दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे के देशों की यात्रा करते हैं। उन्होंने कहा कि डेनाउ इंस्टीट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप एंड पेडागॉजी, डेनाउ, उज़्बेकिस्तान के 22 संकाय सदस्य अध्ययन एवं शोध हेतु भारत जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि आज हुए समझौते से दोनों संस्थानों के मध्य कृषि, पर्यावरण, जल संरक्षण तथा विज्ञान से संबंधित अन्य क्षेत्रों में शिक्षा एवं अनुसंधान के नये द्वार खुलेंगे तथा दोनों संस्थानों के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को उच्च शिक्षा एवं शोध के नये अवसर प्राप्त होंगे।  डेनाउ इंस्टीट्यूट  के कुलाधिसचिव (रेक्टर) प्रो. आयबेक रोजि़व ने कहा कि चूंकि उनका संस्थान केवल 5 वर्ष पुराना है अत: वहां के विद्यार्थियों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में उपलब्ध शिक्षण एवं अनुसंधान सुविधाओं का काफी लाभ मिलेगा।

 कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने बताया कि विश्वविद्यालय  का 100 वर्ष से भी पुराना कृषि अनुसंधान एवं शिक्षण का इतिहास रहा है।  विश्वविद्यालय में संचालित शिक्षण पाठ्यक्रमों तथा अनुसंधान सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए डेनाउ इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों एवं संकाय सदस्यों को अपने यहां आने का न्योता दिया। डेनाउ  के संकाय सदस्य एवं इस समझौते के समन्वयक डॉ. रवि प्रकाश दानी ने समझौते के विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ. जी.के. दास,  डॉ. विनय पाण्डेय, डॉ. ए.के. दवे एव कुलसचिव डॉ. सी.पी. खरे, अन्तरराष्ट्रीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. हुलास पाठक सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।


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