रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अक्टूबर। टिकरापारा इलाके में जगदलपुर से आई बस में आए तीन कारोबारियों से जब्त 13 किलो सोने के जेवरों का मामला आचार संहिता में फंसता दिख रहा है। आचार संहिता के नियमों के मुताबिक 23 नवंबर तक तो ये जेवर आयकर अन्वेषण विंग के कस्टडी में होंगे। वहीं कारोबारियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाएगी। क्योंकि वे तस्करी नहीं कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक तीनो कारोबारी के नाम सामने आ गए हैं, लिखा पढ़ी के बाद उनका खुलासा करने की बात पुलिस ने कही है। तीनों ने ही जेवर लाना स्वीकार कर लिया है। इस सब्जी की खबर लगते ही रायपुर सराफा के दिग्गज कारोबारी भी थाने पहुंच गए। वे मीडियाकर्मियों को देखते ही टीआई के कक्ष से लगे रेस्टरूम में जा छिपे। उनकी पुलिस,आयकर अफसरों के साथ पूछताछ, पड़ताल चल रही है। जब्त सोने में बिस्किट्स (संख्या नहीं बताया गया ) के साथ-साथ मोटे-मोटे कंगन और चेन ,बालियां अंगूठी जैसे जेवर हैं। इनसे मिले बिस्किट्स को गलाकर जेवर बनाए जा सकते हैं।तीनों के पास से सोने के वैध दस्तावेज बिल बिल्टी, ई-वे बिल नहीं मिले हैं। तीनों ने बताया कि सोना रायपुर ही लाया जा रहा था और ज्वेलर्स का है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए सोने की प्रापर बिलिंग नहीं मिली है। आयकर विभाग वैध दस्तावेज मांग रहा है । इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सदर के कारोबारी सूत्रों ने कहा है कि त्यौहार सीजन में तो जेवरों की आवाजाही होती ही है। यदि यह सोना डल्ला रूप में होता तो अफेंस बनता।चूंकि यह जेवर स्वरूप में है तो बिल होंगे ही। और तीनों कारोबारियों ने साथ न रखा हो। सराफा बाजार कि शब्दावली में तीनों कारोबारियों को लाइन वाला कहा जाता है। जो किसी बड़े ज्वेलर्स को लिए भीतरी इलाकों के गांव गांव में बेचने जाते हैं। और लौट रहे थे। हालांकि अभी फौरी तौर पर तो बिल, रसीद पेश नहीं कर पाए हैं। लेकिन अब यह मामला चुनाव आचार संहिता का बन रहा है इसलिए इन लाइन वालों या संबंधित बड़े ज्वेलर्स के पास बिल पुट अप करने के पर्याप्त अवसर है। सराफा बाजार कि चर्चा अनुसार इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है कि यह जेवर मेकिंग के बाद जगदलपुर के रास्ते पड़ोसी राज्य आंध्र या तेलंगाना से तो नहीं लाए जा रहे थे।
इन कारोबारियों के आने की सूचना पर टिकरापारा पुलिस ने सुबह 8 बजे बस को भाठागांव बस स्टैंड पहुंचने से पहले रोक कर जांच की। और तीनों से जेवर बरामद किए गए । इन्हे, पर्स नुमा छोटे छोटे पाउच में रखा गया था ।