रायपुर

जिनका कच्चा माल झारखंड से आता है, वे उद्योगपति टारगेट थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 अक्टूबर। चाइबासा से गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में गैंगस्टर अमन साहू ने कई राज़ उगले हैं। उसने पुलिस को बताया कि उसके गुर्गे एक लंबे समय से रायपुर और आसपास सक्रिय रहे हैं।
सोमवार रात 1.36 बजे रायपुर लाने के बाद गंज पुलिस ने कल उसे पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया है। बीते 40 घंटे की पूछताछ में अमन के हवाले से पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसके गैंग के छत्तीसगढ़ के कई औद्योगिक घराने निशाने पर थे। लॉरेंस विश्नोई गैंग से संबंध होने का हवाला देकर अवैध लेवी के लिए कई औद्योगिक घरानों के मालिकों के मोबाइल पर व्हाट्सएप और फेसटाइम कॉल समेत टेक्स्ट मैसेज किए गए थे।
खासकर वे उद्योगपति जिनका कच्चा माल लौह अयस्क, कोयला झारखण्ड बिहार के खदानों से आता था। इन पर दहशत बना रैनसम वसूलने ही अमन साव ने अपने गुर्गों से तेलीबांधा स्थित पीआरए समूह के दफ्तर के बाहर फायरिंग करवाया था। वारदात के बाद भी अमन साव गैंग के गुर्गे रायपुर आसपास सक्रिय थे। इसकी धमकियों और शूट आउट के बाद अमन साव और शूटरों पर रायपुर में तीन मामले दर्ज किए गए थे। इनमें गंज थाने के अग्रसेन चौक,तेलीबांधा और सिविल लाइंस थाने में दर्ज हैं। अग्रसेन चौक पर एक कारोबारी की कार पर फायरिंग करने से ठीक पहले उसका शूटर और गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। दूसरा केस पीआरए कंस्ट्रक्शन तेलीबांधा का है, जिसमें अमन-लारेंस गैंग के शूटर्स ने कारोबारी की कार पर गोलियां चलाई थीं।
जानकारी आ रही है कि सुरक्षा कारणों से उसे क्राइम ब्रांच के लॉक अप में रखा गया है। सुरक्षा कारणों से उसे अलग-अलग थानों में शिफ्ट भी किया जा सकता है। उससे पूछताछ के दौरान साव को बचाने के लिए सामने आए वकील भी एक घंटे के लिए अगले पांचों दिन मौजूद रह सकेंगे। साव से आईजी-एसएसपी रायपुर भी पूछताछ कर सकते हैं। गंज मामले के बाद तेलीबांधा और सिविल लाइंस पुलिस भी अपने अपने यहां दर्ज मामलों को लेकर रिमांड पर लगी। उसके बिहार झारखंड के मामलों के जानकार क्राइम ब्रांच के पुलिस अफसरों का कहना है कि अमन से ज्यादा कुछ जानकारी मिलने की संभावना कम है।