रायपुर
स्वच्छता किट की राशि वसूलने स्कूल दर स्कूल घूम रहे युवक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। स्वच्छता योजना के अंतर्गत स्कूलों को दिए गए क्लीनिंग किट की राशि इन दिनों प्राचार्यों, प्रधानपाठकों से वसूली जा रही है। फर्म के कर्मी उन स्कूलों पर भी दबाव बना रहे हैं जिन्हें यह किट दिया ही नहीं गया। स्कूल शिक्षा विभाग ने अकेले रायपुर शिक्षा जिले मं हजार से अधिक स्कूलों को ये वितरित कराया था। सूत्रों ने बताया कि रायपुर शिक्षा जिले में सप्लायर का ठेका रायल इंडस्ट्रीज दुर्ग को दिया गया था। इसे रायपुर, अभनपुर, आरंग, धरसीवां के करीब 13 सौ स्कूलों में स्वच्छता सामाग्री वितरित करना था। इसमें 70 लीटर की डस्टबिन,बकेट,ब्लीचिंग पावडर, बाल्टी शामिल है। वह भी स्कूलों की मांग पर, यानी बड़े बकेट, दो से अधिक बाल्टी भी दिया जाना था। सूत्रों ने बताया कि विभाग ने पहले कहा था। कि स्वच्छता मद से प्राचार्य,प्रधान पाठक भी खरीद सकते हैं। इस पर कइयों ने खरीद लिया और उसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने सप्लाई फर्म तयकर वितरण कराया। रायल इंडस्ट्रीज ने रायपुर में सप्लाई किया था। उपरोक्त स्वच्छता किट 4875 रूपए की दर से सप्लाई किए गए। इनकी कीमत बाजार से 4 गुना तय की गई । जो सामग्री दी गई ,वह बाजार में 1100-1500 सौ रूपए में उपलब्ध है। कितने स्कूलों को दिया गया, कितनों को नहीं,इसके आंकड़े तो उपलब्ध नहीं है। लेकिन विभागीय अधिकारियों के जरिए रायल इंडस्ट्रीज ने राशि वसूलना शुरू किया। 21-22 के दौरान 300 स्कूलों ने भुगतान कर दिया था। और 900-1000 स्कूलों का भुगतान शेष है।इसकी वसूली के लिए फर्म के कुछ युवक जिले के स्कूल भेजे जा रहें है। उन्हें यह राशि शाला अनुदान में निर्धारित 10 फीसदी स्वच्छता मद से देना है।
यह भुगतान फर्म के सिविक सेंटर भिलाई बैंक ऑफ इंडिया के खाते मे सीधे जमा करना है। समग्र शिक्षा के जिला समन्वयक ने सभी बीईओ, स्त्रोत समन्वयक, स्कूल प्रभारियों को पत्र लिखकर भुगतान करवाने को कहा है। सूत्रों ने बताया कि यह ठेका करीब 40 लाख से अधिक का था,इसमें से फर्म को 10 लाख का भुगतान मिल चुका है। सूत्रों का कहना है कि कितने स्कूलों को दिए गए यह तो पता नहीं लेकिन राशि की वसूली सभी स्कूलों से की जा रही है।


