रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 फरवरी। तीन दिवसीय महाधिवेशन के लिए पीसीसी द्वारा बनाई गई सभी 13 कमेटियों से दुर्ग रायपुर वाले दोनों दीपक दुबे बाहर कर दिए गए हैं। ऐसा पीसीसी द्वारा उत्पन्न किए गए भ्रम की वजह से हुआ है।
यह विवाद, दिल्ली में बनाई गई सवा सौ सदस्यों वाली स्वागत समिति से उभरा। इस सूची में केवल दीपक दुबे नाम लिखा था। कल हुई बैठकों के लिए जब दीपक दुबे में से किसे बुलाया जाए, इसे लेकर द्वंद्व में फंसे पीसीसी दफ्तर के लिपिक ने जब पीसीसी चीफ मोहन मरकाम से पूछा तो उन्होंने दुर्ग वाले दीपक दुबे बताया। उससे पहले ही यह सार्वजनिक हो गया था कि कांग्रेस के बागी और सिंधिया समर्थन (स्व. माध्वराव, ज्योतिरादित्य) दीपक दुबे स्वागत समिति में लिए गए।
दुर्ग वाले दीपक दुबे का नाम सिंहदेव मरकाम खेमे से शामिल किए जाने की सूचना है। जबकि वह, विधायक अरूण वोरा के खिलाफ बागी के रूप में चुनौती दे चुके थे। वोरा ने कहा था कि दुबे कांग्रेस प्रवेश की जानकारी नहीं है। इधर 50 वर्षों से कांग्रेस में रहे, पूर्व महामंत्री, उपाध्यक्ष रायपुर वाले दीपक दुबे भी अपनी जगह, दुर्ग वालों को आमंत्रण सुनकर हैरान है।
उन्होंने, इस पर सिंहदेव, स्पीकर डॉ. महंत के साथ संगठन के नेताओं के समक्ष आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। कांग्रेस एक ओर हाथ से हाथ जोड़ों अभियान चला रही है ताकि संगठन-सरकार से नाराज होकर घर बैठे लोगों को जोड़ा जा सके और प्रदेश संगठन ऐसे भ्रम पैदा कर सक्रिय वरिष्ठ नेताओं को नाराज कर रहा है।


