रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के द्वारा राज्य वीरता पुरस्कार के लिए तीन बच्चों का चयन किया है। छग राज्य बाल कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष राजेन्द्र निगम के मुताबिक कम उम्र में अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जिंदगी बचाने वाले साहसी बच्चों को हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर वीरता पुरस्कार से सम्मनित किया जाता है। हर साल की तरह इस बार भी प्रदेश के बच्चों का राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। जिन्होंने अपने जान की परवाह किए बगैर अपनों और दूसरों की जान बचाई। इसमें भानुप्रतापपुर जिले के भानबेड़ा रहने वाली आठ वर्षीय बच्ची जम्बाबत्ती भुआर्य,बेमेतरा जिले के रहने वाले सीताराम यादव 12वर्ष, खल्लारी जिला महासमुंद निवासी छाया विश्वकर्मा 15 वर्ष का चयन किया गया है।
2 साल की बच्ची को बहती नदी में डूबने से बचाया
आठ साल की बालिका जम्बाबत्ती ने 2साल की छोटी बहन को नदी में डूबने से बचाया। 4 सितम्बर 2022 को छत्तीसगढ़ के ग्राम साकिन, नीचेपारा, मानबेड़ा जिला के लोभान की पत्नी मजदूरी करने नदी के पार गई थी। मां को जाता देख दोनों बेटीयां(08 वर्ष व 02 वर्ष) अपनी मां को ढूंढते हुए नदी किनारे तक चली गई। जहां नदी पार करते समय बांध ऊपर से जाते समय दोनों बच्चों के पैर फिसल और वह नदी में गिर गई। बहन को डूबता देख जम्बाबत्ती ने अपनी छोटी बहन के हाथ को पकड़ लिया और दूसरे हाथ से झाडिय़ों को पकड़ कर कर गहरे पानी से खिचने लगी। दोनों बच्चे जोर जोर से रो-रोकर चिल्लाने लगे। दोनों बच्चों के रोने और चीखने की आवाज सुनकर दूसरी ओर से उनकी माता और अन्य लोग उस ओर दौडक़र आए और देखा कि दोनों बच्चें नदी के पानी में गिरे हुए हैं। 8 वर्षीय बालिका जम्बाबत्ती ने नदी में गिरने के बावजूद साहस के साथ एक हाथ से झाडय़िों का सहारा लिए एक हाथ से अपनी छोटी बहन को पकड़े कर नदी में स्वयं और अपनी बहन को डूबने से बचा लिया।


