रायपुर
तीन करोड़ नगद, ज्वेलरी और बिल्डरों से प्लाट, फ्लैट बेचने वाले कच्चे पेपर्स सीज
ठिकानों से लौटने लगी आयकर टीमें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर,7 जनवरी। राजधानी और दुर्ग भिलाई में आयकर विभाग ने ट्रांसपोर्टर, सराफा, बिल्डर और फायनेन्शियल कारोबारियों पर दबिश दी है । इनके आफिस और घरों कुल 21 ठिकानों को जांच के दायरे में लिया है। शुक्रवार देर शाम तक सभी ठिकानों से 3 करोड़ नगद, प्रापर्टी के पेपर्स और बड़े तादाद में ज्वेलरी मिली है जिसका मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके लिए वैल्यूअर बुलाए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई स्वास्तिक ग्रुप के सुनील साहू के लिए ही थी। सुनील साहू से जिन कारोबारियों के ट्रांजेक्शन रहे हैं उनके 21 ठिकाने में जांच की गई। इनमें से कुछ टीमें शनिवार तडक़े लौट आईं है जबकि शाम रात तक छापा समेट लिया जाएगा।
160 आयकर अफसरों ने, 60 सीआरपीएफ के सुरक्षा जवानों के साथ शुक्रवार सुबह राजधानी के 19 और दुर्ग के 2 ठिकानों में दबिश दी थी।। हीरापुर में आर.के.रोड़वेज,स्वास्तिक ग्रुप रामसागरपारा, देवेंद्र नगर, सिंघानिया बिल्डकॉन हीरापुर, चौबे कालोनी,बंसल इंफ्रा देवेंद्र नगर, पंडरी, मोवा और दुर्ग-भिलाई में सप्लायर, फाइनेंसर- सराफा कारोबारी कमलेश बैद के दो ठिकाने शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार जिन ठिकानों पर आयकर टीम मौजूद हैं उनमें हीरापुर में आरके रोडवेज शामिल है, जो सीमेंट का ब?ा कारोबार करती है। इसके अलावा रोज़बेरी रिसोर्ट कचना के आशीष अग्रवाल नरेंद्र अग्रवाल, रोजबेरी रिसोर्ट प्रा.लि.के उड़ीसा हेड ऑफिस समेत रायपुर में रिंगरोड नंबर 3 पर स्थित रिसोर्ट और पंडरी स्थित होटल लैंडमार्क समेत मालिक सुनील अग्रवाल के स्वर्णभूमि स्थित उनके घर पर कार्रवाई जारी है। बंसल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड देवेंद्र नगर के जगदीप बंसल और सुनील साहू के फर्म श्रीस्वास्तिक बिल्डकान ग्रुप और निवेश वैल शामिल हैं। सुनील साहू जो कभी एलआईसी एजेंट हुआ करता था उसका बीते डेढ़ दशक में कारोबार तेजी से बढ़ा है। प्रदेश में श्रीस्वास्तिक के नाम से रियल एस्टेट और निवेश वैल के नाम से इन्वेस्टमेंट का कारोबारी फर्में हैं। स्वास्तिक ग्रुप के कचना रोड शंकर नगर में ईस्ट -12 ,पुराना धमतरी रोड पर कल्पवृक्ष और विधानसभा के पीछे रायल वैन्यू के नाम से रेसिडेंशियल कांपलेक्स के प्रोजेक्ट्स हैं। बंसल इंफ्रा और स्वास्तिक ग्रुप के दफ्तर देवेंद्र नगर के एक ही बिल्डिंग में हैं। इसी तरह से सिंघानिया बिल्डकॉन के एमडी सुबोध, उनकी पत्नी और पुत्र हर्षित के ठिकानों पर भी छापेमारी की।
फिलहाल सभी टीमें इन कारोबारियों के कच्चे,पक्के लेनदेन, स्टाक,निवेश के पेपर्स की पड़ताल कर रही हैं। सभी के पास बैंक लॉकर मिले हैं इन्हें अगले सप्ताह खोला जाएगा।


