रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 जनवरी। आदिवासी आरक्षण और नारायणपुर धर्मांतरण के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने मंगलवार को सदन में जमकर हंगामा और एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस वजह से सदन की कार्रवाई पहले दो बार और फिर दिनभर के लिए स्थगित कर दी है। सदन की बैठक अब कल होगी।
प्रश्न काल के बाद भाजपा के शिवरतन शर्मा ने नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर सोमवार को हुई हिंसा का मुद्दा उठाया और स्पीकर डा चरणदास महंत से स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की।तभी कांग्रेस के मोहन मरकाम ने आदिवासी आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर न करने की ओर अध्यक्ष का ध्यानाकर्षण किया। इस पर दोनों ही पक्ष अपनी, अपनी बातों को लेकर शोरगुल करने लगे। इसके थोड़ी देर बाद दोनों ओर से नारेबाजी शुरू हो गई। भाजपा के सभी विधायक आसंदी तक जा पहुंचे और नारेबाजी करते रहे। इस पर सभापति धनेंद्र साहू ने भाजपा के 13और जोगी कांग्रेस के प्रमोद शर्मा को स्वयंमेव निलंबित घोषित कर कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित की। दोबारा सदन शुरू होने पर फिर वही शोरगुल, नारेबाजी होने लगी। सभापति को कार्रवाई फिर 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। दोबारा सदन शुरू होने पर भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने का मुद्दा उठाया और उनके सभी सदस्य आसंदी के सामने जा पहुंचे। अबकी बार उनके हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखे पोस्टर थे। वहीं कांग्रेस के विधायकों ने भी नारेबाजी जारी रखा।यह देख सभापति साहू ने सदन बुधवार तक स्थगित कर दी। इसके बाद भाजपा विधायक हाथों में पोस्टर लेकर सदन के भीतर से रैली के रूप में बाहर गांधी प्रतिमा स्थल तक जाकर कुछ देर के लिए धरना दिया। सभी, गांधी बाबा सरकार को सद्बुद्धि दे का नारा लगाते रहे।


