रायपुर

होलसेल कॉरिडोर प्रस्ताव से व्यापारियों का एक तबका असहमत
31-Dec-2022 6:28 PM
होलसेल कॉरिडोर प्रस्ताव से व्यापारियों का एक तबका असहमत

   वासवानी ने चेंबर पर लगाए आरोप   
 

रायपुर, 31 दिसंबर। छत्तीसगढ़ चेंबर के होलसेल कॉरिडोर प्रस्ताव पर व्यापारियों का एक वर्ग असहमत है। चेंबर के पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी ने आरोप लगाया कि चेंबर पदाधिकारी व्यापारियों को गुमराह कर रहे हैं।

वासवानी ने एक बयान में कहा कि होलसेल कॉरिडोर के नाम से बड़े-बड़े सपने दिखाने वाले चेम्बर के पदाधिकारी अब व्यापारियों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने होलसेल कॉरिडोर पर कहा कि  हर व्यापारी जानता है कि 30 किमी दूर जाकर व्यापार करना बहुत कठिन काम है। वास्तविकता यह है कि डूमरतराई, बोरियाकला और कमल विहार के व्यवसायिक क्षेत्रों में आज भी तीन हजार दुकान अथवा व्यवसायिक भूखंडखाली पड़े हैं। 

उन्होंने बताया कि व्यापारी एकता पैनल के एक पदाधिकारी राधाकिशन सुन्दरानी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल्स व्यवसायियों को 250 भूखंड दिलाये गए हैं जबकि यह काम चेम्बर के वर्तमान पदाधिकारियों को करना था। इससे भी दुर्भाग्य पूर्णघटना है कि डूमरतराई पार्ट 2 हाऊसिंग बोर्ड और नगर निगम पार्ट 2 डूमरतराई में हाऊसिंग बोर्ड ने पार्ट 2 के नाम से जो योजना लाई यह भूखंड डॉ रमण सिंह के कार्यकाल और चेम्बर के श्रीचंद सुन्दरानी व जैन जीतेन्द्र बरलोटा के कार्यकाल में व्यापारियों के लिए रिजर्व रखा  था।

उन्होंने कहा कि डूमरतराई होलसेल मार्केट  पार्ट 2 में रजिस्ट्री शुल्क माफ़ कराना तो दूर दुकाने ऑक्शन कराई गई जिससे जिन व्यवसायियों को दुकान की जरुरत थी उन जरुरतमंद दुकानदारोंको दुकानें नहीं मिली।

चेंबर ने कभी संपत्तिकर आधा करने पर दबाव नहीं बनाया, वहीं व्यापारियों पर यूजर चार्ज का एक नया कर थोप दिया सबसे ज्यादा शर्मनाक बात यह रही कि चेम्बर पदाधिकारियों को विरोध करने के बजाय स्वयं कैंप लगाकर यूजर चार्ज पटवाया गया। गोलबाजार जैसे व्यवसायिक मुद्दे पर भी गोलबाजार के व्यापारियों को चैम्बर का सहयोग नहीं मिला।

उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था चाकूबाजी की घटनाओं, लूट, हत्या जैसी घटनायें व्यापारियों के साथ होती रही जिस पर चेम्बर मौन है। 


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