रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21दिसंबर। आरंग थाना इलाके में पिछले दिनों हुए मासूम की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया। अपहरण के 2 दिन बाद आरंग ग्राम भानसोज मोखलाखार स्थित दलदल में मिला था। बच्चे का शव। धान चोरी करने वाले का चश्मदीद था। पकड़े जाने के डर से दुर्गेश निर्मलकर ने मासूम का गला दबा कर की हत्या। दोनों एक ही गांव के निवासी। आरोपी के खिलाफ धारा 363, 302, 201 का अपराध दर्ज किया गया।
जानकारी के मुताबिक मनीराम निर्मलकर ग्राम भानसोज आरंग का निवासी ने थाना आरंग में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 15 दिसंबर को उसका बेटा रूपेन्द्र निर्मलकर उम्र 10 वर्ष घर में नही है। जहां गांव के आसपास पूछताद करने पर गांव के ही रहने वाले रोशन साहू ने बताया की रूपेन्द्र करीब शाम 5.30 बजे मेरे घर बाड़ी में थैला लेकर आया था जिसे चोरी करना सिख रहा है करके डांटा लिसके बाद वह वहां से चला गया। आस-पास तलाश करने पर भी कुछ पता नहीं चला। बच्चे के अपहरण होने के शक में थाना आरंग में में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस के आलाधिकारियों को इसकी सूचना मिलने पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट पुलिस की संयुक्त टीम बालक की खोजबीन किया गया। पूछताछ करने के साथ ही रोशन साहू एवं आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। इसी दौरान गांव के मोखलाखार स्थित दलदल में नाबालिग रूपेन्द्र निर्मलकर का शव मिलने की सूचना मिली।पुलिस मौक पर पहुंची और शव अपने कब्जे में लेकर उसे पी.एम. के लिए भेजा गया। डॉ. द्वारा शार्ट पी.एम. रिपोर्ट में बालक की मृत्यु गला दबाकर करना बताया गया।
जिस पर पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेजों को बारिकी से खंगालने के साथ ही प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतासाजी की गई। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की मृत बालक को अंतिम बार दुर्गेश निर्मलकर उर्फ महंगू के साथ देखा गया था। दुर्गेश निर्मलकर की पतासाजी करने पर वह घटना फरार था। जिस पर पुलिस टीम ने उसे महासमुंद से पकड़ा।
प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा रूपेन्द्र निर्मलकर की गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मृतक बच्चे के साथ मिलकर गांव में धान चोरी करते थे।


