रायपुर

अगले नए सत्र से 12 वीं में व्यावसायिक पाठ्यक्रम का भी पर्चा, भाषा की जगह चुन सकते हैं विद्यार्थी
17-Dec-2022 3:19 PM
अगले नए सत्र से 12 वीं में व्यावसायिक पाठ्यक्रम का भी पर्चा, भाषा की जगह चुन सकते हैं विद्यार्थी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 दिसंबर।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रम को मुख्य विषय में शामिल कर लिया है।22 नवंबर को बोर्ड की कार्यपालिका और वित्त समिति की बैठक में यह प्रस्ताव दिया था। समिति ने निर्णय लिया है कि कक्षा 12 वीं में भाषा कै दो विषय में से एक के स्थान पर नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रम का विषय चुना जा सकता है।इस प्रकार छात्र छात्राओं को दो भाषा  में से एक भाषा की छूट दी जाती है। बोर्ड के सचिव वीके.गोयल के द्वारा जारी आदेश अनुसार छात्र छात्राएं द्वितीय भाषा को स्वेच्छा से अतिरिक्त विषय के रूप में चुनकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। अतिरिक्त विषय के अंक परीक्षा परिणाम में जोड़ें नहीं जाएंगे।यह व्यवस्था मंडल के द्वारा सत्र 2023-24 से लागू होगी।

यह परीक्षा व्यव्स्था करीब दो सत्र (वर्ष)बाद लागू की जा रही है। मंडल ने 2019 में इसके अध्ययन व सिफारिश के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई थी। इसमें विधायक विकास उपाध्याय,शैलेष पांडे,प्रोफेसर राकेश शर्मा, नीलिमा राबिंस, समग्र शिक्षा संचालक राजेश अग्रवाल सदस्य थे। कोरोना काल और अन्यान्य कारणों से सिफारिश लागू नहीं किया जा सका था। देर से सही,नये सत्र से लागू होने की स्थिति में, विद्यार्थियों का व्यावसायिक शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ेगा। नयी शिक्षा नीति में भी व्यावसायिक शिक्षा को कोर सेेमेंस्टर में रखा गया है।

सूत्रों ने बताया कि अब तक व्यावसायिक शिक्षा पाठयक्रम 10 वीं तक अनिवार्य था लेकिन 11-12वीं में आप्शनल किए जाने से छात्रों में रूचि कम होने लगी है। और स्कूलों के प्राचार्य, शिक्षक  भी प्रोत्साहित नहीं कर रहे है। जबकि बच्चों में रूचि अधिक देखी जा रही है। राकेश शर्मा ने बताया कि 100  अंकों ाके पेपर में से 70प्रतिशत पै्रक्टिकल और 30प्रतिशत थ्योरी के लिए दिए जाएंगे। 70प्रतिशत पै्रक्टिकल में भी 40 प्रतिशत पै्रटिकल और 30प्रतिशत वाइवा के होंगे। इससे कुल प्राप्तांक में अच्छी स्कोरिंग का अवसर मिलेगा। इसे देखते हुए मंडल ने सर्वोच्च अंक प्राप्त व्यावसायिक शिक्षा के तीन छात्रों को प्रावीण्य सूची में स्थान दिया जाएगा। मंडल का, नवीन व्यावसायिक  पाठयक्रम को लेकर यह फैसला छत्तीसगढ़ के स्कूली शिक्षा की दृष्टि से  बड़ा निर्णय है। केद्र प्रवर्तित योजना को हरी झंडी देकर मंडल ने छात्रहित मे बड़ा कदम उठाया है।

598 स्कूलों में 1.19 लाख छात्र-छात्राएं व्यावसायिक पाठयक्रम पढ़ रही
सूत्रों ने बताया कि प्रदेश के 28 जिलों के 598 से अधिक स्कूलों में नवीन वयावसायिक पाठयक्रम लागू है। इसमें 1.19 लाख बच्चे पढ़ रहे है। इस पाठयक्रम के बोर्ड परीक्षाओं में शामिल किए जाने से विद्यार्थियों को कैरियर आप्शन भी  मिलेगा। क्योंकि वे सामान्य परंपरागत कला,विज्ञान,वाणिज्य विषयकी शिक्षा के साथ 10 ट्रेड में व्यावसायिक शिक्षा भी हासिल करेंगे।
 


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