रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 दिसंबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के जारी शीतसत्र का दूसरा चरण 2 जनवरी से 6 जनवरी तक आहूत है। इसके लिए पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने अब तक 550 से अधिक प्रश्न जमा किए है। सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक विधायकों के प्रश्र जमा करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर है और अब तक 550 प्रश्न जमा हो चुके है। इस शेष सत्रावधि में सरकार की तरफ से अब तक किसी भी विधेयक के पेश करने की सूचना विधानसभा को नहीं दी गई है। बीते दो-तीन दिसंबर को सत्र के पहले चरण में ही सरकार ने अनुपूरक और आरक्षण संसोधन विधयेक पारित कीर लिया है। ऐसे में समझा जा रहा है कि सत्र के इन 4 दिनों में प्रश्रकाल,ध्यानाकर्षण,शासकीस-अशासकीय संकल्प जैसे विषयों पर ही चर्चा होगी।
इस सत्र में सबसे अहम नवनिर्वाचित विधायक सावित्री मंडावी भी सत्र के पहले दिन सदस्यता की शपथ लेंगी। सावित्री ने सोमवार को सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात की थी। 15 दिसंबर तक प्रश्न लेने के बाद ध्यानाकर्षण औश्र स्थगन प्रस्ताव की सूचनाएं जमा कर सकेंगे। सूत्रों ने बताया कि दो दिन की बैठको में वित्त और विधि नियमक कार्य निपटा लिए जाने को देखते हुए सरकार सत्रावधि बढ़ाने के पक्ष में नहीं थी। कार्यमंत्रणा समिति मे विपक्ष के दबाव के बाद जनवरी की बैठकें तय की गई। इस सत्र में सत्तापक्ष उत्साह के साथ भाग लेगा। यह उत्साह उसे हिमाचल प्रदेश में छत्तीसगढ़ की भागीदारी के साथ चुनाव जीतकर सरकार बनाने और भानुप्रतापपुर उपचुनाव में मिली जीत से मिली है। हिमालय में न केवल प्रचार के दौरान बल्कि सीएम चयन में भी मुख्यमंत्री बघेल की अहम भूमिका रही। इधर भानुप्रतापपुर की हार को लेकर विपक्षी दल भाजपा में गुटबाजी को उजागर करने का भी अवसर मिलेगा।


