रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी ने बिजली नियामक आयोग में इस बार 2023-24 के लिए बिजली की प्रति युनिट दरों के लिए याचिका दायर की है। दायर की गई याचिका में टैरिफ में किसी भी तरह का बदलाव न करने की बात साफ तौर पर लिखी है।
पॉवर कंपनी ने कहा है कि अगले साल 63 लाख उपभोक्ताओं को बिजली दी जाएगी। बिजली आपूर्ति करने के लिए औसत 3.71 रुपए की दर से 4083 करोड़ यूनिट बिजली की खरीदी की जाएगी। इसकी अनुमानित लागत 15179 करोड़ होगी। इसी के साथ यह बताया गया है कि 2021-22 के राजस्व की अंतर की राशि और अनुमानित खर्च 15581 करोड़ को अनुमानित राजस्व में शामिल करने पर बिजली आपूर्ति की दर चालू वित्तीय वर्ष की तरह 6.22 रुपए आ रही है। ऐसे में बिजली के टैरिफ में कोई भी बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
याचिका में इस बार टैरिफ में बदलाव न करने की बात लिखी गई है। इस याचिका में पॉवर कंपनी ने टैरिफ में बदलाव न करने का कारण यह बताया है कि बिजली सप्लाई की दर इस समय 6.22 रुपए है। अगले साल भी खर्च और राजस्व का हिसाब करने से यही दर आ रही है, इसलिए टैरिफ नहीं बदला जाएगा।
पॉवर कंपनी हर साल दिसंबर में बिजली नियामक आयोग को आगामी साल के खर्च और कमाई का पूरा लेखा-जोखा देकर याचिका लगाती है। इसके आधार पर ही आयोग जनसुनवाई करने के बाद तय करता है कि बिजली की कीमत में कितना इजाफा होगा और टैरिफ क्या होगा।
एक और अच्छी खबर
इधर उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर यह है कि पॉवर कंपनी ने इस महीने से सुरक्षा निधि वसूली बंद कर दी है। इसे लेकर पिछले महीनों में काफी विरोध हुआ था। कंपनी ने कहा था कि इसकी वसूली और दर तय करने वह नियामक आयोग से मार्गदर्शन लेगा। इस बीच उपभोक्ताओं ने बताया पिछले माह जिन्होंने 2000 रूपए का बिल पटाया था वह इस माह 352 रूपए ही आया है। समझा जा रहा कि पॉवर कंपनी ने सुरक्षा निधि की वसूली रोक दी है।


