रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 दिसंबर। सैकड़ों करोड़ के मनीलांड्रिंग और कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में सीएम की उपसचिव सौम्या चौरसिया को कोर्ट ने चार और दिनों के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया है। वहीं
सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी को अब अगली पेशियों के लिए कोर्ट नही आना पड़ेगा। जेल से ही वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी। आज भी सुनवाई स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में हुई है। इससे पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के कर्मचारी बड़े बड़े बक्सों में सबूत लेकर आए। इन बक्सों में में से एक में सूर्यकांत तिवारी,एक में सुनील अग्रवाल का नाम साफ पढ़ा जा सकता है।
इससे पहले ईडी ने शुक्रवार को करीब 8000 पेज के दस्तावेज और 251 पेज की कंप्लेंट कोर्ट में पेश किया था। आज ईडी मुख्यालय ने एक पीडीएफ जारी किया है जिसमें अब तक हुई कार्रवाई के विवरण के साथ इन सभी की 152.31 करोड़ की संपत्ति अटैच करने की जानकारी दी गई है। इसमें यह भी बताया गया कि बीते दो सालों में इन लोगों को द्वारा 500 करोड़ से अधिक की राशि कोयले पर लेव्ही के रूप में वसूली गई है। इसके जरिए इन लोगों ने जेवरात, फ्लैट, कोलवासिरी और जमीनें प्रदेश के कई जिलों में खरीदी हैं।
आज सौम्या की रिमांड अवधि खत्म हो रही थी। उन्हें चार दिन और ईडी की हिरासत में भेजा गया। वहीं बचाव पक्ष के वकील अपने अपने मुवक्किलों के लिए जमानत याचिका दायर कर रहे हैं। इनमें से समीर विश्नोई की दो और सुनील अग्रवाल की जमानत याचिका एक बार खारिज हो चुकी है।


