रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 दिसंबर। सीएम भूपेश बघेल ने वीर नारायण सिंह के मातृभूमि के लिए योगदान को याद करते हुए कहा है कि आदिवासी जन-नायक वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे। उन्होंने सन् 1856 के भीषण अकाल के दौरान गरीबों को भूख से बचाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ कठिन संघर्ष किया। श्री बघेल ने कहा है कि शहीद वीर नारायण सिंह के अन्याय के खिलाफ संघर्ष, मातृभूमि के प्रति समर्पण और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा है कि गरीबों एवं आदिवासी जनता की भलाई और ब्रिटिश सरकार की गुलामी से देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। राज्यपाल ने प्रदेश की जनता से आह्वान किया है कि हम सब ऐसे वीर नायक के योगदान को याद करें और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और भाजपाध्यक्ष अरूण साव ने भी अपनी श्रदाधांजलि में वीरनारायण को आदिवासी का मसीहा बताया।
विधान सभा में भी पुष्पांजलि
विधान सभा परिसर स्थित सेन्ट्रल हॉल में प्रतिष्ठापित वीर नारायण सिंह के तैलचित्र पर विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने माल्यार्पण और सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
महापौर की आदरांजलि
आज छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह को उनके बलिदान दिवस पर राजधानी के राजभवन चौक में स्थित स्मारक स्थल पर महापौर एजाज ढेबर ने सादर नमन करते हुए आदरांजलि अर्पित की।. संस्कृति विभाग के अध्यक्ष आकाश तिवारी सहित बड़ी संख्या में नगर के सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।


