रायपुर

एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 15 लाख की ठगी, मॉल में आफिस खोलकर झांसा दे रहे थे
20-Oct-2022 3:33 PM
एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 15 लाख की ठगी, मॉल में आफिस खोलकर झांसा दे रहे थे

मास्टर माइंड पकड़ से बाहर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 अक्टूबर।
  नीट के नतीजे आने के बाद मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए दलाल सक्रिय हो गए हैं। ये दलाल न केवल रूबरू मिल रहे हैं, बल्कि ऑनलाइन भी संपर्क कर रहे हैं। उनका दावा रहता है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करा देंगे। इनके हाथों में एनआरआई, स्वतंत्रता सेनानी कोटा की सीटें सुरक्षित हैं। ऐसी ही एक ठगी का मामला राजधानी में सामने आया है। एक युवक से एमबीबीएस कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी का शिकार हो गया। कालेजो में प्रवेश दिलाने के नाम पर चल रहा था ठगी का करोबार। नीट परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर तेलीबांधा रायपुर स्थित मेग्नेटो मॉल में ब्लू बेरी सर्विस फर्म के संचालक कल्पतरू दास पर लगा ठगी का आरोप मोबाईल नम्बर 9773839553 से फोन कर एम.बी.बी.एस में प्रवेश दिलाने का दिया था झंासा गिरफ्तार।

मिली जानकारी के अनुसार संतोष चंद्रवंशी ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह खैरागढ़ कवर्धा का निवासी है। उसके बेटे अभिषेक चंद्रवंशी ने नीट परीक्षा दिलाई जिसमें प्राप्त अंको के आधार पर तेलीबांधा रायपुर स्थित मेग्नेटो मॉल में ब्लू बेरी सर्विस नामक फर्म के संचालक कल्पतरू दास मेडिकल कालेज  मेें एडमिशन दिलाने के लिए मोबाईल नम्बर 9773839553 से फोन आया था। कहा की एमबीबी एस लेने के लिए आपको रायपुर ऑफिस में आकर फॉर्म सबमिट करना होगा। जहां वह अपने बेटे के साथ  रायपुर तेलीबंाधा में कल्पतरू दास से मिलने गया था। जिसमें उसके द्वारा पश्चिम बंगाल स्थित गौरी देवी मेडिकल कालेज दुर्गापुर में एडमिशन कराने का आश्वसन दिया। एडमिशन कराने 15 लाख रूपये की मांग की। सीट फूल होने के कारण पहले 05 लाख रूपए जमा करने को कहा गया। इस पर संतोष ने 10.जनवरी2021 को कल्पत्रु दास के ऑफिस में 05 लाख रूपए जमा कर दिया। चंद्रवंशी द्वारा कालेज दिखाने को कहा गया जिसपर कल्पत्रु दास ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने वाले व्यक्तियों से मिलवाने पर कोलकाता पश्चिम बंगाल में अपने अन्य साथी राजेश दास एवं संजय दास के साथ कोलकाता स्थित ब्लू बेरी सर्विस नाम से संचालित ऑफिस में मिलवाया। गौरी देवी मेडिकल कॉलेज दिखाया गया।  जिस पर उसने 18.मार्च 2021 को कल्पत्रु दास को उसके तेलिबांधा स्थित ऑफिस में 10 लाख जमा कर दिया। और एडमिशन के लिए कॉलेज में अप्रैल 2021 तक होने की बात कही । किन्तु बेटे का अप्रैल 2021 तक एडमिशन नही हुआ। दसके बाद संतोष चंद्रवंशी ने  मोबाईल से कल्पत्रु दास को फोन लगाया जिसपर उसका फोन बंद आने लगा। ऑफिस जाकर देखने पर बंद पाया गया। कल्पत्रु दास तथा उसके अन्य साथी राजेश दास एवं संजय दास द्वारा प्रार्थी के पुत्र को एम.बी.बी.एस कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर कुल 15 लाख रूपये की ठगी कर फरार हो गये थे। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

क्राइम यूनिट, और तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम ने उनके ऑफिस में जाकर तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही आरोपियों के संबंध में अन्य जानकारियां जुटाते हुए आरोपियों की पतासाजी कर लोकेट करने किया गया। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली सभी ठग कोलकाता में है। वे लोग पुलिस बचने के लिए  बार-बार अपना लोकेशन बदल रहे थे।  टीम के सदस्यों द्वारा कोलकाता में कैम्प कर आरोपियों के संबंध में पुख्ता जानकारी प्राप्त कर रेड कार्यवाही करते हुए घटना में संलिप्त राजेश दास एवं संजय दास को पकड़ा गया। पूछताछ में उन लोगों ने अपने साथी कल्पत्रु दास के साथ मिलकर ठगी की घटना को अंजाम देना बताया गया। जिस पर राजेश दास एवं संजय दास को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई। दोनों आरापी उड़ीसा के रहने वाले है। आरोपी कल्पतरू दास फरार है।


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