रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 14 अक्टूबर। लवन से सरखोर मार्ग की दूरी 6.15 किमी है। इस रोड को करीब ढाई साल पहले ही भाटापारा के ठेकेदार प्रमोद कंस्ट्रक्शन के द्वारा बनाई गई थी। इस रोड के लिए 125.05 लाख स्वीकृति मिली थी। इस सडक़ को गुणवत्ता युक्त नहीं बनाने की वजह से सडक़ पर जगह-जगह जानलेवा गड्ढे बन गए हैं। रोड का डामर उखडक़र गड्ढों में तब्दील हो रहा है जो कि दुर्घटना को न्यौता दे रहे हंै। समय रहते इनकी मरम्मत नहीं कराई गई तो समस्या और अधिक विकराल हो सकती है। वाहन चालक गड्ढों की वजह से नियंत्रण खोकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रोड को गुणवत्ताविहीन बनाया गया है, जगह-जगह से डामर निकल गए है जो खतरनाक गड्ढे में बदल रहे है, जिसकी वज़ह से स्थानीय राहगीरों को आने जाने में काफ़ी परेशानी उठानी पड़ रही है। गड्ढेकी वज़ह से ही लोग गिरकर चोटिल भी हो रहे है। वहीं, कम बारिश में ही इस रोड की गड्ढों में पानी भरा हुआ है, पानी भरे होने की वज़ह से गड्ढे की गहराई पता नहीं चल पाता है और लोग गिरकर चोटिल हो रहे है। कम समय में ही यह रोड मरम्मत की कगार पर पहुंच गया है। आम लोगों को आवाजाही के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग सरखोर, पंडरिया, जोंधरा होते हुए बिलासपुर जिले को जोड़ती है इस वजह से इस मार्ग पर दोपहिया वाहनों का आना-जाना दिन भर होता रहता है। दोपहिया वाहन चालक रात में गड्ढों को भांप नहीं पाने की वजह से गिरकर दुर्घटना का भी शिकार हो रहे है। वहीं, ठेकेदार व विभाग द्वारा 12 टन से अधिक वजनी वाहनों प्रवेश निषेध का बोर्ड तो लगाया गया है, लेकिन वाहन चालक प्रवेश निषेध बोर्ड को दरकिनार कर भारी वाहनों को चलाते है, इस वजह से भी रोड खराब हो रहे है।
इसी रोड पर रोड किनारे एक व्यक्ति के द्वारा रेत को डंप कर रेत को अधिक दामों में बेचते हैं। इनके द्वारा गर्मी के दिनों में रेत डंपकर ओवरलोड वाहन को चलाते हैं, इस वजह से भी रोड की दुर्दशा हो रही है। भारी वाहनों की वज़ह से भी लवन, सरखोर मार्ग की हालत समय से पहले दम तोड़ रही हैं। मार्ग में जगह-जगह पर गड्ढे बन चुके है। इस रोड का संधारण कार्य करीब डेढ़ से दो दशक बीत जाने के बाद हुआ है। उस पर भी भारी वाहनों का दबाव बढऩे से रोड जर्जर स्थिति में निर्मित हो रही है। राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।