मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 नवम्बर। गुरूवार का दिन छठ पूजा के नाम रहा। अपरान्ह 2 बजे से ही श्रद्धालु अपने घरों से छठ मईया का गीत गाते घरों से निकल पड़े। देखते ही देखते शहर की हर सडक़ और गलियों में जनसैलाब उमड़ आया।
यह सिलसिला घंटों थमने का नाम नहीं ले रहा था। छठ पूजा के लिए तैयार शहर के विभिन्न पूजा घाटों पर डूबते सूर्य को हजारों भक्तों ने श्रद्धाभाव और उत्साह से अघ्र्य दिया। सबसे अधिक भक्तों की भीड़ सुभाष वार्ड क्र. 8 में स्थित मां गंगा सरोवर में रही।
इस मौके पर पूर्वाचंल के लोगों ने भीड़ और उत्साह देखने लायक था। जैसे ही डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया गया, ढोल-नगाड़ों और पटाखों के शोर से सरोवर स्थल गूंज उठा।
कांच ही बांस के बहंगिया
डूबते सूर्य को अघ्र्य देने जब महिलाएं निकलीं तो वे अलग-अलग समूहों में होकर छठ गीत गाती और नृत्य करती चल रही थीं। कुछ गीत वही थे जो आज परंपरा का रूप ले चुके हैं। इसमें पटना अईसन पटन देवी, बनारस अईसन घाट, फलवा से भरल बा दउरिया और कांच ही बांस के बहंगिया गीत लगातार सुनाई दे रहा था।
आज देंगे उगते सूर्य को अघ्र्य
शुक्रवार की सुबह सभी भक्त उगते सूर्य को जल और दूध से अघ्र्य देकर सुख-समृद्धि और पारिवारिक कुशल-क्षेम की कामना करेंगे।


