मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

मादा भालू और दो बच्चों को सुरक्षित पकड़ा
17-Dec-2025 10:31 PM
मादा भालू और दो बच्चों को सुरक्षित पकड़ा

 तीनों को जंगल में छोड़ा जाएगा-वन विभाग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेन्द्रगढ़, 17 दिसम्बर। करीब 3 माह से जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में दहशत का पर्याय बनी मादा भालू और उसके 2 शावकों को बुधवार को वन विभाग की टीम द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। अब नागरिकों ने राहत की सांस ली है।

ज्ञात हो कि मनेंद्रगढ़ रिहायशी क्षेत्र में मादा भालू और उसके दो बच्चे पिछले कुछ माह से विचरण कर रहे थे। भालू कुछ लोगों पर हमला कर उन्हें घायल भी कर चुके थे। ऐसे में वन विभाग के प्रति लोगों का आक्रोश दिनों-दिन गहराता जा रहा था।

2 दिन पहले ही 15 दिसंबर को भालुओं ने एक बुजुर्ग और एक बच्चे के ऊपर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। भालुओं के बढ़ते आतंक को देखते हुए मनेंद्रगढ़ वन विभाग ने बुधवार को भालू रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।

 रिंग रोड स्थित हॉटल हसदेव इन के पास पिंजर रखा गया, जिसमें दोनों शावक पिंजरा के अंदर कैद हो गए। मादा भालू अपने बच्चों को मुक्त कराने के लिए पिंजरा के पास लगातार मंडराती रही।

 कानन पेंडारी बिलासपुर से आए डॉ. चंदन एवं एलिफेंट रेस्क्यू सेंटर रमकोला के डॉ. अजीत पांडेय सहित मनेंद्रगढ़ वन विभाग की टीम ने मादा भालू को वन परिसर के अंदर ट्रैंक्विलाइज किया। इसके बाद एक पिंजरे से दूसरे पिंजरे के अंदर जिसमें दोनों भालू शावक रखे गए थे उसी में मादा भालू को शिफ्ट किया गया।

 भालुओं के पिंजरे में कैद होने की जानकारी मिलते ही उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। विभाग का कहना है कि मादा भालू और उसके दोनों बच्चों को जंगल में ले जाकर छोड़ा जाएगा।

 इधर भालुओं के रेस्क्यू किए जाने पर नागरिकों ने वन विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है।  


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