महासमुन्द
महासमुंद की 132 सोसायटियों में दो-दो ऑपरेटर काम कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 नवंबर। धान खरीदी शुरू होने के सप्ताह भर बाद भी सोसायटियों में काम कर रहे करीब 132 डाटा एंट्री ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाया है। इनके साथ ही नियुक्त 50 ऑपरेटर विभिन्न कारणों से इस्तीफा देकर जा चुके हैं। हड़ताल खत्म होने के बाद अब सभी 182 उपार्जन केंद्रों में पुराने डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने जॉइनिंग दे दी है। इस वजह से 132 केंद्रों में 2-2 डाटा एंट्री ऑपरेटर काम कर रहे हैं।
इन हालातों में नये-पुराने मिलाकर 314 डाटा एंट्री ऑपरेटर अपनी नौकरी को लेकर चिंतित हैं। वहीं प्रशासन और सोसायटी प्रबंधन भी असमंजस की स्थिति में है। प्रबंधकों, डाटा एंट्री ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते मार्कफेड ने आनन-फ ानन में धान खरीदी के पहले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी व पटवारियों की प्रभारी प्रबंधक तथा सभी 182 सोसायटियों में 2 दिन के भीतर युद्ध स्तर यर काम करते हुए सभी 182 सोसायटियों में नए डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति कर दी थी।
नियुक्ति स्थल सोसायटी का नाम-पता और नियुक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर का नाम, मो. नंबर, शैक्षणिक योग्यता के साथ नियुक्त 182 ऑपरेटरों की सूची के साथ संलग्न आउट सोर्स सेवा प्रदाता ईगल हंटर साल्युशन्स लिमिटेड का 14 नवंबर को लिखा पत्र भेजकर निर्दिष्ट सोसायटियों में जॉइनिंग करने कहा गया। पत्र में उल्लेख है कि मार्कफेड द्वारा जारी कार्यादेश के अनुक्रम में यह नियुक्ति की गई और दूसरे दिन 15 नवंबर शनिवेार को तराजू की पूजा कर खरीदी का शुभारंभ कर लिया गया। फिर 16 को रविवार का अवकाश था और 17 नवंबर सोमवार को लगभग सभी ने जॉइनिंग दे दी। लेकिन किसी के पास व्यक्तिगत तौर पर नियुक्ति पत्र, नियुक्ति की अवधि, वेतन-भत्ते व अन्य शर्तों से जुड़ा कोई पत्र नहीं था।
इस पूरी प्रक्रिया में 182 ऑपरेटरों सूची के साथ संलग्न सेवा प्रदाता संस्था का एक पत्र बस था। उसके बाद से ऑपरेटर्स व्यक्तिगत नियुक्ति पत्र की मांग लगातार कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें यह अप्राप्त हैं। इसी बीच पुराने सभी प्रबंधक व ऑपरेटर्स हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आए हैं। इस वजह से नए ऑपरेटर्स अपनी नौकरी की निरंतरता को लेकर चिंतित हैं। शायद इसी वजह से 50 नए ऑपरेटर्स ने इस्तीफा देकर नौकरी छोड़ दी। जबकि 132 ऑपरेटर ड्यूटी कर रहे हैं। वहीं हड़ताल से काम पर लौटे पुराने ऑपरेटर भी अपनी नौकरी को लेकर चिंतित हैं। उन्हें इस बात की चिंता खाये जा रही है कि नए ऑपरेटर तैनात हो गए हैं तो कहीं उनकी छुट्टी तो नहीं कर दी जाएगी।
यह मामला नए-पुराने 314 ऑपरेटरों, उनके वेतन के भार का भी है। एक ऑपरेटर को मासिक 18400 रूपए वेतन मिलता है। ईगल हंटर सेवा प्रदाता के पत्र के मुताबिक उसने मार्कफेड के कार्यादेश के अनुक्रम में इनकी नियुक्तियां की है। यानी उनके वेतन का भुगतान सेवा प्रदाता संस्था करेगी और इस संस्था को मार्कफेड भुगतान करेगा। जबकि पुराने ऑपरेटर्स को सोसायटी पूर्व निर्धारित व्यवस्था अनुसार वेतन भुगतान करेगी।
हालात तो यह रहा है कि प्रबंधक बरसों से पुराने ऑपरेटर के साथ काम कर रहे हैं इसलिए उनके साथ समन्वय बना हुआ है। इसी वजह से सोसायटी प्रबंधन पुराने ऑपरेटरों के साथ ही काम करना चाहता है। सोसायटियांंंंंं इस बात को लेकर चिंतित हैं कि नए ऑपरेटरों का वेतन भुगतान करने की जिम्मेदारी उन पर डाल दी गई तो पहले से घाटे में चल रही सोसायटियों की कमर ही टूट जाएगी। नए ऑपरेटरों की छुट्टी कर दी जाती है तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। बहुत से ऐसे ऑपरेटर होंगे, जिन्होंने अपनी पुरानी नौकरी या काम छोडक़र यह नौकरी जॉइन की होगी। हमने इंगल हंटर साल्युशंस लिमि.खम्हारडीह रायपुर के नियुक्ति संबंधी पत्र पर उपलब्ध मो नं.पर संपर्क का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो सकी है।


