महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 नवंबर। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में राष्ट्रीय सेवा योजना व यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में सुरक्षित पारा-सुरक्षित लइकामन फेस 3.0 के अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित है। 21 नवंबर से इसका शुभारंभ हुआ। इस दौरान जिले के कॉलेज के विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं को गुड टच बेड टच, पोषण आहार और स्वच्छता पर जानकारी देकर जागरूक कर रहे हैं।
स्वयंसेवकों ने शनिवार को 6 ग्राम पंचायतों में आंबा व स्कूलों के बच्चों सहित लगभग 3270 लोगों को जागरूक किया। दूसरे दिन शनिवार को पिथौरा ब्लॉक से चंद्रपाल डडसेना महाविद्यालय पिथौरा ने ग्राम पंचायत लहरौद में स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी शेखर कानूनगो के नेतृत्व में बाल अधिकार, पोषण, सुरक्षा, शिक्षा पर लोगों को जागरूक किया। समाज में शिक्षा का अधिकार और गुड टच बैड टच का नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को और बच्चों को जागरूक किया गया।
महासमुंद ब्लॉक से शांत्रीबाई महाविद्यालय महासमुंद रासेयो इकाई गायत्री चंद्राकर ने ग्राम पंचायत कोसरंगी में सामाजिक सर्वेक्षण में से प्राप्त जानकारी से शाला त्यागी, बाल श्रमिक, विकलांग बच्चों और आंगनबाड़ी में गर्भवती महिलाओं की जानकारी ली। ग्राम पंचायत भुरका में कार्यक्रम अधिकारी डॉ.सरस्वती वर्मा के नेतृत्व में जागरूकता कार्य किया गया। इसमें स्वयंसेवकों के सर्वे में 1 शाला त्यागी बच्चे बाल श्रमिक प्राप्त नहीं हुआ साथ ही गर्भवती माताओं की संख्या 3 व विकलांग 2 प्राप्त हुए। यहां बाल अधिकारों की जानकारी दी गई।
वल्लभाचार्य महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार राजा व राजेश्वरी सोनी के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने ग्राम पंचायत भलेसर में दीवारों पर नारा लेखन, 30 विकलांग बच्चे और 25 गर्भवती और चुम्मन लाल निषाद के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने ग्राम नांदगांव में 8 विकलांग बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया।


