महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 जुलाई। जिला भाजपा कार्यालय में विधायक खल्लारी संपत अग्रवाल, पूर्व सांसद चुन्नी लाल साहू, जिलाध्यक्ष येत राम साहू ने पत्रकारवार्ता लेकर कहा कि पुत्र को बचाने पूर्व मुख्यमं्त्री भूपेश ने पूरी कांग्रेस को ही आंदोलन में झोंच दिया। भाजपा नेताओं ने कहा कि पुत्र मोह में पूर्व सीएम भूपेश बघेल बौखला गये हैं। उनके बेटे चैतन्य कांग्रेस के किस पद पर हैं, जो कांग्रेस उसके लिये प्रदर्शन कर रही है।
भाजपाजनों ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाने जनता को परेशान किया जा रहा है। जिला भाजपा कार्यालय में कल शाम आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक डॉ. सम्पत अग्रवाल, पूर्व सांसद चुन्नीलाल साहू, जिलाध्यक्ष ऐतराम साहू, नपा उपाध्यक्ष देवीचंद राठी, वरिष्ठ नेता राहुल चन्द्राकर,नरेन्द्र गिरी, सांसद प्रतिनिधि मंच पर थे। बसना विधायक सम्पत अग्रवाल ने कहा कि चैतन्य बघेल कांग्रेस संगठन में किसी पद पर नहीं हैं। उसके बावजूद कांग्रेस उसे बचाने के लिये आंदोलन कर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का काम कर रही है। कांग्रेस भ्रष्टाचारियों को बचाने पूरे प्रदेश की जनता को परेशान कर रही और साथ ही उनका आर्थिक रूप से नुकसान भी करने जा रही है, जो जनता स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि शासनकाल के 5 वर्ष में भूपेश बघेल छग को दस जनपथ का चारागाह बना दिया था। शराब घोटाले, कोयला घोटाले, चावल घोटाले, गौठान घोटाले से लेकर पीएससी घोटाले तक में प्रदेश के संसाधनों को जम कर लूटा था। आज इन घोटालों के आरोपी एक-एक कर जेल जा रहे हैं। बेवजह जिस तरह अपराधियों के विरूद्ध हो रही कानून सम्मत कार्रवाई को कहीं और मोड़ा जा रहा है। यह दुर्भाग्यजनक है।
उन्होंने कहा कि जब भी कोई कोल ब्लॉक आबंटन और पेड़ कटाई आदि पर सवाल उठाते थे तो दस जनपथ के दबाव में सीधे तौर पर भूपेश बघेल बचाव में आ जाते थे। कहते थे कि कोल ब्लॉक आबंटन का विरोध करने वाले अपने-अपने घरों की बिजली बंद कर दे।
सवाल यह है कि अब जब झूठे और बेबुनियाद अतो क्या वह अपने घर और राजीव भवन की बिजली बंद करेंगे। न केवल भूपेश बघेल ने कोल ब्लॉक अशोक गहलोत को आबंटित कया था बल्कि उससे पहले मनमोहन सिंह सरकार में तमाम नियमों को धत्ता बताते हुए छग के कोल ब्लॉक आवंटन की राह आसान की थी।
उन्होंने कहा कि साल 2010 में केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी। तब कोयला मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा हसदेव अरण्य को पूरी तरह से नो.गो जोन घोषित किया था। 23 जून 2011 को केन्द्र में कांग्रेस की सरकार रहते ही तारा परसा ईस्ट और कांटे बेसन कोल ब्लॉक को खोलने का प्रस्ताव दिया गया। जब छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक्त अड़ानी को दो बड़ी खदानों गारे पेलमा सेक्टर 2 और राजस्थान में केते एक्सटेंशन ब्लॉक का ऑपरेटर बनाया गया। 25 मार्च 2022 को भूपेश सरकार ने राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के रहते राजस्थान को कोल माइंस का आबंटन किया था।