महासमुन्द

वंदे भारत एक्सप्रेस का महासमुंद पहुंचने पर हजारों ने किया भव्य स्वागत
17-Sep-2024 2:58 PM
वंदे भारत एक्सप्रेस का महासमुंद पहुंचने पर हजारों ने किया भव्य स्वागत

पहले दिन रायपुर से 51 मिनट में पहुंची वंदे भारत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,17 सितंबर। सोमवार शाम को वंदेभारत एक्सप्रेस के महासमुंद रेलवे स्टेशन पहुंचने पर भारत माता की जय योष के साथ स्वागत किया गया। इस मौके पर हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे, नागरिक, भाजपा कार्यकतों व आसपास से ग्रामीणजन पहुंचे थे। शाम 5.20 बजे पहुंचने व 7-8 मिनट रुकने के बाद सांसद, विधायक व अन्य नेताओं ने हरी झंडी दिखाकर गंतव्य के लिए रवाना किया।

रायपुर से जो यात्री बैठकर आए थे, वे यहां उतरे और यहां से काफ ी संख्या में यात्री टिटलागढ़ के लिए रवाना हुए। शुरू के कुछ डिब्बों में इतनी भीड़ थी कि स्कूली बच्चे खड़े हुए नजर आ रहे थे। पीछे के चार-पांच डिब्बे पूरी तरह से खाली थे। रायपुर से उतरने वाले यात्रियों ने बताया कि महासमुंद पहुंचने में पहले दिन एक्सप्रेस को 51 मिनट लगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की शाम 4.25 बजे अहमदाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़वासियों को वर्चुअल मोड के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर दुर्ग-विशाखापटनम वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया। जिसका महासमुंद पहुंचने पर लोकसभा सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, एसपी आशुतोष सिंह ने भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर स्टेशन में बड़ी संख्या स्कूली बच्चों सहित आम जनता रेल को देखने मौजूद थे।

इस दौरान सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने पर पूरे महासमुद लोकसभा क्षेत्र की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार है। यह ट्रेन यहां के निवासियों के लिए लाभकारी होगी। क्योंकि शिक्षा, चिकित्सा और पर्यटन के लिए यहां से काफी लोग विशाखापटनम जााते हैं।

कार्यक्रम में स्थानीय विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर ने भी प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि पूरे देश में मोदी का डंका बज रहा है। महासमुंद में स्टापेज के लिए जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक सहित भाजपा के पदाधिकारियों ने केन्द्र सरकार का आभार माना है।

पुराने दिन की याद ताजा

यहां मौजूद कुछ लोगों को उन दिनों की याद ताजा हो गई, जब पहली बार पुशपुल ट्रेन रायपुर से रवाना होकर पहुंची थी और कुछ दिनों बाद उसे खरियार रोड तक चलाया गया था। उस समय भी पुशपुल का स्वागत करने काफी संख्या में नगरवासी रेल्वे प्लेटफार्म पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि तब पुशपुल में इंजन डिब्बों के बीच में लगा हुआ था।


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