महासमुन्द

मूसलाधार बारिश से खेत लबालब, अंकुरित धान के पौधे गल रहे, रोपाई जारी
17-Jul-2025 3:24 PM
मूसलाधार बारिश से खेत लबालब, अंकुरित धान के पौधे गल रहे, रोपाई जारी

खेतों में खरपतवार बड़ी तेजी से बढ़ रहा, किसानों के लिए मुश्किलों का दौर जारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,17जुलाई। महासमुंद जिले के सुदूर क्षेत्र भंवरपुर उप तहसील में अच्छी बारिश होने से खेती किसानी का कार्य जोरों पर चल रहा है। जिन किसानों ने खुर्रा बोनी पद्धति से धान की बुवाई की है, उनका धान अब बियासी के लायक हो चुका है। इसी तरह लईहारा पद्धति से बुवाई करनेव ाले किसानों के लिए बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे किसानों को बारिश थमने का इंतजार है।

 

चूंकि बारिश ज्यादा हो जाने के कारण से अंकुरण की समस्या आ रही है। इसके अलावा जिन किसानों ने रोपा के लिए नर्सरी तैयार कर लिए थे, रोपाई के काम में जुटे हुए हैं।  लईहारा पद्धति से बोवाई की आस में रुके किसान बड़े मुश्किल दौर का सामना कर रहे ैहं क्योंकि धान बीज का अंकुरण छीक से नहीं हो पा रहा है अैौर उन्हें दोबारा बोनी की भी आवश्यकता पड़ रही है। खेतों से पानी निकासी भी एक गंभीर समस्या बन गई है।

लईहारा पद्धति से बोवाई करने वाले किसानों का कहना है कि इस समय बारिश आवश्यकता से ज्यादा हो रही है। कई खेतों में लबालब पानी गया है। धान के पौधे कई दिनों से पानी में डूबे हुए हैं। ऐसे में धान के पौधे गल सकते हैं। बदली और बारिश की वजह से किसान अपनी खेतों में खरपतवार नाशक दवा, खाद का छिडक़ाव नहीं कर पा रहे हैं। अत: खेतों में खरपतवार बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। धान के पौधों में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो पा रहा है। इससे धान का उत्पादन प्रभावित होना स्वाभाविक है। मजबूरी में किसानों को दुबारा बुआई करना पड़ सकता है।


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