महासमुन्द

राष्ट्रीय विरासत क्वीज स्पर्धा में वृन्दावन विद्यालय की टीम अव्वल
17-Sep-2024 2:41 PM
राष्ट्रीय विरासत क्वीज स्पर्धा में वृन्दावन विद्यालय की टीम अव्वल

छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,17सितंबर। भारतीय सांस्कृतिक निधि इन्टैक विरासत, शिक्षा एवं संचार सेवा नई दिल्ली के दिशा निर्देश पर महासमुंद अध्याय द्वारा शालेय  विद्यार्थियों के लिये राष्ट्रीय विरासत क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन बरोण्डाबाजार रोड स्थित वनरक्षक प्रशिक्षण केन्द्र के व्याख्यान कक्ष में  शनिवार को आहुत हुआ। जिसमें वृन्दावन विद्यालय की टीम अव्वल रही।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए प्रेरणास्पद टिप्स दिये। उन्होंने कहा कि इन्टैक के इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों में विरासत के प्रति जिज्ञासा व संरक्षण की भावना पैदा करना है। कहीं न कहीं हम अपनी विरासतों से दूर होते जा रहे हैं। दिमाग में सोंचते हैं परन्तु लिखते नहीं हैं। इतिहास के बारे में जानने का प्रयास करना चाहिए। अपने माता.पिता व गुरु का सम्मान करो।अच्छी किताबें व न्यूज पेपर पढ़ें। अच्छे अखबारों का संपादकीय जरूर पढ़े। विद्यार्थी जीवन में तालाब जैसे ठहराव नहीएनदी जैसे  निरंतरता बनी रहनी चाहिए।

श्री आलोक ने वेद, पुराण, गीता व पंचतंत्र के चरित्र पात्रों एवं लोकजीवन के प्रसंगों के उद्धरणों के साथ विद्यार्थी जीवन के विभिन्न पहलुओं को रोचक अंदाज में बताकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया। बच्चों के बीच जाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। बताया कि वैसे मैं झारखंड से हूं लेकिन छत्तीसगढ़ी में भी अच्छे से गोठिया लेता हूं। उनके इस भावपूर्ण उद्बोधन से व्याख्यान कक्ष का माहौल खुशनुमा हो गया। अध्यक्षता कर रहे एप्सो के जिला अध्यक्ष व कर्मचारी नेता प्रमोद तिवारी ने भी बच्चों को संबोधित किया।

संयोजक दाऊलाल चन्द्राकर ने  स्वागत भाषण में प्रतियोगिता के बारे में सविस्तार समझाया।

इस प्रतियोगिता में नगर स्थित 7 विद्यालयों के कक्षा 7 वीं से 10 वीं तक के कुल 68 विद्यार्थी शामिल हुए। जिसमें 47 छात्राएं एवं 21 छात्रों की भागीदारी रही। 40 मिनट के इस लिखित प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर के 12, राज्य स्तर के 5 एवं इन्टैक संबंधित तीन इस प्रकार कुल 20 प्रश्न पूछे गये। इसका मूल्यांकन प्रतियोगिता स्थल पर ही हुआ। इसमें उच्चतम प्राप्तांकों के आधार पर 4 टीम मौखिक प्रतियोगिता हेतु पात्र पाये गए। इनसे मौखिक प्रश्नोत्तरी में राष्ट्रीय व राज्य स्तर के 5 प्रश्न बारी बारी से पूछे गये।

इनमें से उच्चतम प्राप्तांकों के आधार पर वृन्दावन विद्यालय के छात्र अमन यादव कक्षा 9वीं व समीर साहू कक्षा 10 वीं की टीम प्रथम स्थान प्राप्त कर विजेता बनी। जिन्हें आगामी राज्य स्तरीय स्पर्धा में शामिल होने के लिए चयन किया गया।

इसी प्रकार द्वितीय स्थान  केन्द्रीय विद्यालय की कक्षा 10 वीं की  छात्रा अदिति साहू एवं गरिमा टांडे की  टीम ने हासिल किया।

वहीं तृतीय विजेता केन्द्रीय विद्यालय की सुयशी जौहरी व भूमिका साहू की टीम रही। चौंथे स्थान पर वृन्दावन विद्यालय की भिगेश्वरी साहू व कुमुद पटेल  की टीम रही। इन्हें प्रतियोगिता स्थल पर ही पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर विरासत के प्रति रुचि रखने प्रेरित किया गया। लिखित प्रश्नोंत्तर का मूल्यांकन मानकलाल चन्द्राकर, मधु तिवारी, अशोक शर्मा व प्रमोद तिवारी ने किया। वहीं मौखिक प्रश्नोत्तरी का संचालन अशोक शर्मा व बन्धु राजेश्वर खरे ने किया।

       इस अवसर पर राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित इन्टैक के आजीवन सदस्य प्रमोद कन्नौजे, व्याख्याता स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय महासमुन्द को मुख्य अतिथि के करकमलों से स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।  प्रतिभागी विद्यालयों के प्रभारी शिक्षक केन्द्रीय विद्यालय दशरथ राम यादव, देव संस्कृति विद्यालय लोकेश चन्द्राकर, वृन्दावन विद्यालय यशवंत धृतलहरे, महर्षि विद्यालय भूमिका पटेल, श्याम विद्या मंदिर उमा दीवान, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम पूर्णिमा चन्द्राकर, स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम प्रियंका ध्रुव, इंटैक के आजीवन सदस्य मानक नामदेव, मनीष श्रीवास्तव, उत्तम दुबे, आरएस परिहार, सहायक अनुदेशक वन विद्यालय व उनके स्टाफ उपस्थित रहे। सह संयोजक बन्धु राजेश्वर खरे ने आभार व्यक्त किया।


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