महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 21 नवंबर। गुरुनानक देव जी का प्रकाश पर्व नगर में धूमधाम से मनाया गया। कोविड आपदा के कारण विगत दो वर्षों से नगर कीर्तन नहीं निकाला गया था। लिहाजा इस वर्ष सिख समाज के अलावा अन्य समाज के लोगों ने भी लंगर एवम नगर कीर्तन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
नगर में शनिवार को सिख समाज द्वारा नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन में गतका पार्टी के हैरत अंगेज कारनामे देखने भारी भीड़ जुटी रही। नगर कीर्तन के आगे ढोल पार्टी उसके पीछे स्थानीय सिख समाज की हरप्रीत कौर द्वारा बनाई गयी बच्चों की गतका टीम अपने हैरत अंगेज कारनामों से दर्शकों का मन मोह रही थी।
इसके पीछे रायपुर से आई युवा गतका टीम अपने करतब दिखा रही थी। इसके बाद पुरुष एवं महिलाए शबद कीर्तन गाते चल रहे थे। इसके बाद सिक्ख समाज की महिलाएं झाड़ू से रास्ता साफ करती चल रही थी। इसके बाद समाज के वरिष्ठ हरमिंदर सिंह उजाला साफ सडक़ पर पानी का छींटा मारते चल रहे थे। इनके पीछे पंज प्यारे अपनी पारम्परिक वेशभूषा में चल रहे थे।
श्री गुरुग्रंथ साहिब का स्वरूप लेकर चल रही फूलों से सुसज्जित ट्रक थी, जिसमें गुरुद्वारा के ग्रंथी लगातार पाठ कर रहे थे। इनके पीछे महिलाओं का जत्था था। ये महिलाएं लगातार शबद कीर्तन करते हुए चल रही थीं। पूरे नगर कीर्तन में प्रकाश व्यवस्था भरपूर की गई थी।
रास्ते भर पंज प्यारों की सेवा
नगर कीर्तन मार्ग में रास्ते भर सिख समाज के अलावा अन्य धर्म के लोगों ने भी पंज प्यारों के चरण धोए और उनका आशीर्वाद लिया। इसके अलावा नगर कीर्तन के रास्ते में कुछ कुछ दूरी पर ही कीर्तन में शामिल सभी जनों के लिए चाय नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। नगर कीर्तन के पूर्व स्थानीय गुरुद्वारा में लंगर का आयोजन किया गया था, जिसमें वन विकास निगम के अध्यक्ष देवेंद्र बहादुर सिंह, संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव, नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक सम्पत अग्रवाल एवम अग्रवाल समाज सहित बड़ी संख्या नगरवासियों ने हिस्सा लिया।
----