महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 20 नवंबर। महासमुंद के भाजपा सांसद चुन्नीलाल साहू ने प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस ने पिछले ढाई वर्ष के कार्यकाल में गलतबयानी का रिकॉर्ड कायम किया है। वह हर उस बात का ठीकरा भाजपा पर फोडऩे की कोशिश करती है जिसकी जिम्मेदार वह स्वयं होती है. इतनी अयोग्य, अक्षम और झूठी सरकार आज तक कभी नहीं देखी। सीमेंट पेट्रोल-डीजल पर मूल्यवृद्धि भी इसका एक बड़ा उदाहरण है। मोदी जी ने बड़ा दिल दिखाते हुए 10 रु डीजल पर व 5 रु पेट्रोल की कीमत कम कर एक बड़ा फैसला लिया है। इसके बाद प्रदेशों से भी यह अपेक्षा थी कि वह वैट कम कर जनता को राहत देगी, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस विषय पर भी केवल और केवल निम्नस्तरीय, निंदनीय राजनीति कर रहे हैं, यह दुखद है।
भारतीय जनता पार्टी साफ-साफ तौर पर कांग्रेस को यह कहती है कि वह वैट की दर कम कर जनता को राहत दें। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तब-तब ‘वैट’ कम कर जनता को राहत दी, जब-जब बाहर कच्चे तेल के कीमतें बेतहाशा बढ़ी। जबकि दुखद यह है कि कांग्रेस ने सता में आते ही सबसे पहले प्रदेश के तब की भाजपा सरकार द्वारा दी गयी इस छूट को खत्म कर दिया था। हम सब जानते हैं कि पेट्रोल व डीजल पर टैक्स का बड़ा हिस्सा राज्यों को सीधे मिलता है. 25 प्रतिशत तो सीधे वैट के रूप में और फिर 1/2 रुपया सेस के रूप में कांग्रेस ले रही है. सेस के पैसे का क्या करती है वह, यह भी नहीं बताती, इसके अलावा केंद्र प्रवर्तित विभिन्न योजनाओं में राज्यों को जो पैसे मिलते हैं, उसका एक बड़ा हिस्सा एक्साइज से आता है।
आज कोरोना काल में चाहे 85 करोड़ से अधिक लोगों तक आठ माह तक मुफ्त राशन उपलब्ध कराने का हो या देश भर में सवा सौ करोड़ से अधिक टीके मुफ्त लगाने का प्रदेश के भी गरीबों के पक्के मकान, या घर-घर बिजली, स्वच्छ पानी, गैस, पहुचाने, सडक़ का जाल बुनने की बात... ये तमाम काम केंद्र को करने होते हैं। इसके अलावा मनमोहन सिंह जी के समय का तेल बांड का हज़ारों करोड़ रुपये भी आजतक व्याज के साथ भाजपा सरकार को भुगतना पड़ रहा है। आज छत्तीसगढ़ के किसानों का 61 लाख मीट्रिक टन चावल यानी लगभग एक करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदने का निर्णय मोदी जी ने लिया है।
पेट्रोल-डीजल पर कुल टैक्स का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा वैट और एक्साइज पर राज्यांश के रूप में प्रदेश को ही मिलता है, फिर भी आप कांग्रेस सरकार का एक कोई काम बता दें जो इतने टैक्स और बेतहाशा कर्ज आदि लेने के बाद भी वह कर पा रही हो। उलटे केंद्र के चावल में 15 सौ करोड़ का गबन कर लिया। प्रदेश के 11 लाख से अधिक गरीबों के सर से छत छीन लिया, मोदी जी द्वारा दिए पैसे से भी घर नहीं बनने दिया गरीबों का। समूचे प्रदेश में घर-घर शराब पहुंचाने के बाद भी इस सरकार के पास विकास कार्यों के लिए चवन्नी नहीं बचता है। आखिर ये सारे पैसे कहां जा रहे? क्या जनता ने कांग्रेस को वोट यूपी-असम-बंगाल-बिहार चुनाव में पानी की तरह पैसा बहाने के लिए दिया है?
आज प्रदेश के जर्रे-जर्ऱे को कर्जदार बना दिया है कांग्रेस ने टैक्स भी बढ़ा रही है, सेस भी ले रही है और कज़ऱ् भी, ये सारे पैसे विभिन्न प्रदेशों में कांग्रेस के लिए चुनाव लडऩे के अलावा और कहां खर्च किया जाता है। आज तक उसका कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है। कांग्रेस की गुटीय राजनीति का यह आलम है कि खुद संबंधित कैबिनेट मंत्री टी. एस. सिंहदेव कह रहे हैं कि वैट कम होना चाहिए, लेकिन उस पर भी कुंडली मारे बैठी हुई है भूपेश सरकार, ऐसे में महंगाई पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेशर्मी की पराकाष्ठा है. कांग्रेस किस मुह से प्रदर्शन कर रही है?
न केवल पेट्रोल में कीमत बढ़ा रही है भूपेश सरकार, बल्कि आज कांग्रेस के कारण छतीसगढ़ चौतरफा महंगाई की मार झेल रहा है। बिजली का बिल आसमान छू रहा है। गलत बिल से लोग हलाकान हैं। लगभग 1200 करोड़ अतिरिक्त बोझ जनता पर बिजली के दाम बढ़ा कर यह डाल चुकी है। सीमेंट के दाम इनके अवैध वसूली के कारण दुगने हो गए हैं, 5 रूपये ट्रांसपोर्ट की कीमत बढऩे का बहाना बना कर कांग्रेस की मिलीभगत से 80 से 100 रुपये तक सीमेंट की कीमत बढ़ा दी गयी है। ऐसे हर उत्पाद पर अन्य टैक्स के अलावा ‘भूपेश टैक्स’ भी लग रहा है। सीमेंट के दाम 330 रूपये प्रति बोरी तक जा पहुचा है. रेत माफियाओं से मिलीभगत कर 5000 की रेत 15000 में बिक रहा है।
प्रेसवार्ता में नरेश चन्द्राकर, अलका चंद्राकर, प्रेम साहु, धरम सिंह व भाजपा के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।