महासमुन्द

सीजीपीएससी में दंपत्ति को सफलता, शिल्पा का तीसरा और डिगेश का 18वां रैंक
31-Oct-2021 5:15 PM
सीजीपीएससी में दंपत्ति को सफलता, शिल्पा का तीसरा और डिगेश का 18वां रैंक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 31 अक्टूबर।
सीजीपीएससी के नतीजे शुक्रवार रात को जारी किए गए। महासमुंद निवासी एक ने लगातार दूसरी बार सीजीपीएससी में सफलता हासिल की, तो दूसरे ने तीसरी बार में। वहीं एक दंपत्ति ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है।

महासमुंद निवासी डिगेश कुमार देवांगन और उनकी पत्नी शिल्पा देवांगन ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। शिल्पा ने परीक्षा में तीसरा और डिगेश ने 18वां रैंक हासिल किया है। शिल्पा छात्रावास अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं और अब डिप्टी कलेक्टर बनेंगी, जबकि डिगेश इस वक्त पिथौरा ब्लॉक के सावित्रीपुर स्कूल में लेक्चरर हैं। डिगेश ने बताया कि कोरोना के शुरुआत से पहले ही हमारी शादी हुई और इस दौरान मुझे लाइफ पार्टनर के साथ स्टडी पार्टनर भी मिल गई। इसके चलते ही पीएससी की तैयारी आसान हो गई है।

डिगेश का कहना है, मैं 2012 से लगातार मेंस की परीक्षा देते आया हूं और इस बार सफलता हासिल की है। इसका कारण कोरोना काल में स्कूलों की छुट्टियां और छात्रावास के बंद होने से मिला समय है। दोनों ही सिलेबस के अनुसार पढ़ाई करते हुए एक दूसरे की कमियों को दूर करते हुए तैयारी की।

शिल्पा देवांगन बताती हैं, मैंने 2017 से पीएससी की परीक्षा दी है और यह मेरा तीसरा अटेंप्ट रहा है। छात्रावास अधीक्षक से पहले भी मैंने शासकीय सेवाएं दी हैं। जिस दिन मेरा इंटरव्यू था, उसी दिन मेरे पिता का ऑपरेशन भी हो रहा था और इस मानसिक स्थिति के साथ मैंने इंटरव्यू देते हुए प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया।

शहर की आकांक्षा नायक ने लगातार दूसरी बार सीजीपीएससी की परीक्षा क्लियर की है। वे 2019 सीजीपीएससी में सफलता हासिल करके डीएसपी बनी थीं और अब 2020 में भी उन्होंने सफलता हासिल की। आकांक्षा बताती हैं-मैंने एनआईटी से एमटेक किया। इसके बाद कुछ कार्यों के तहत गांवों में काम किया और इसी दौरान सिविल सर्विस में जाने का मन बनाया। मंैने 2017 और 18 में भी परीक्षा दी थी, जिसमें प्री भी क्लियर नहीं हुआ और 19 और 20 की परीक्षा में सफलता हासिल की। वर्ष 2019 की परीक्षा में 33वां रैंक रहा और 2020 की परीक्षा में 19वां रैंक। इसकी तैयारी मैंने रायपुर में सेल्फ स्टडी और दोस्तों के साथ ग्रुप स्टडी करके किया है। समय का बंधन नहीं रखते हुए छोटे-छोटे लक्ष्य के साथ तैयारी करती रही और शाम को सेंट्रल लाइब्रेरी में दोस्तों के साथ इसी विषय पर डिस्कशन होता रहा। आकांक्षा के पिता उमाशंकर नायक सेवानिवृत्त भूमि विकास बैंक के प्रबंधक हैं और मां सरोज समाजसेवी।

महासमुंद जिले के झलप निवासी आकाश शुक्ला ने भी लगातार दूसरी बार सीजीपीएससी में सफलता हासिल की है। 2019 के सीजीपीएससी में आकाश ने 9वीं रैंक हासिल की थी और 2020 की परीक्षा में दूसरा रैंक। यही नहीं आकाश ने हाल ही में यूपीएससी की परीक्षा भी क्लियर की है। अपनी तैयारी के संबंध में आकाश ने बताया कि रोजाना रायपुर में रहकर नालंदा परिसर में घंटों की पढ़ाई लक्ष्य निर्धारित करके करता था। इसके साथ ही लगातार यूपीएससी की तैयारी भी जारी है। जिसके चलते काफी लाभ इसमें भी मिला है। आकाश ने बताया कि मेरा इंटरव्यू लगभग 25 मिनट का था, जिसमें माइनिंग व आदिवासी विकास के संबंध में प्रश्न पूछे गए थे।
 


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