महासमुन्द

कहा- पानी नहीं मिला तो एक भी दाना धान हाथ नहीं आएगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 31 अक्टूबर। शनिवार को खैरझिटी सहित आसपास के करीब चार गांवों के किसानों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कोडार जलाशय से पानी छोडऩे की मांग की है और कहा है कि यदि पानी नहीं मिला तो ग्राम पूरा फसल बर्बाद हो जाएगा। एक भी दाना धान हाथ नहीं आएगा।
किसानों का कहना है कि कोडार से पानी 25 अक्टूबर तक मिला है, लेकिन वर्तमान में फसल पकने के कगार पर है, अभी पानी की ज़रुरत है। जिले के खेत अब सूखने लगे हैं। जमीन से नमी गायब होने के बाद खेतों में खड़ी धान की फसल की रंगत फीके पडऩे लगी हैं। दो दिन के लिए यदि कोडार का गेट खुल जाए तो बर्बाद होने वाली फसल बच सकती है।
खैरझिटी के किसान भूखन पटेल, बसरुराम, बंशीराम, महेन्द्र कुमार, नोहर, कमलनारायण ने बताया कि खैरझिटी सहित कौआझर, मालीडीह, तेंदूवाही सहित आसपास के किसानों की फसल पकने के कगार पर है। इस वक्त पानी की आवश्यकता है। कोडार से पानी छोडऩे की मांग को लेकर कलेक्टोरेट आए हैं। उन्होंने बताया कि करीब कोडार से लगातार पानी मिला है, लेकिन फसल पकने के समय यदि पानी नहीं मिलेगा, तो वह खराब हो जाएगा। एक भी दाना किसान के हाथ नहीं लगेगा।
गौरतलब है कि इस वक्त कोडार में 16.9 प्रतिशत ही पानी बचा है। बीते 26 तारीख से कोडार जलाशय के गेट को बंद कर दिया गया है। इसकी वजह से खैरझिटी माइनर में पानी आना बंद हो गया है। अर्ली वेरायटी के फसल तो पककर तैयार हो गए हैं, लेकिन सरना धान की फसल को अभी पानी की ज़रुरत है। यदि अभी पानी नहीं मिला फसल खराब हो जाएगा और किसानों को ऋण का भुगतान करने में परेशानी आएगी है।