महासमुन्द

आधे घंटे बारिश हुई, झुलसते फसल को राहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 अगस्त। शनिवार को महासमुंद में आधे घंटे तक जोरदार बारिश हुई। इससे खेतों में झुलस रहे फसल को राहत मिली है लेकिन अभी भी सूखे की आशंका बरकरार है। क्योंकि इस साल अच्छी बारिश नहीं होने से जलाशयों की स्थिति बेहद खराब है। इनमें पानी नहीं होने के कारण आने वाले दिनों में किसानों व ग्रामीणों को आगे भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि किसानों के लगातार दबाव के चलते जिले के वृहद व मिनी बांधों से पानी तो छोड़ दिया गया है। लेकिन आने वाले दिनों में दिक्कतों का सामना करना पड़ जरुर पड़ सकता है। अभी तक बांघों के पानी से 14 हजार हेक्टेयर की सिंचाई हो गई है।
जानकारी के अनुसार किसानों को सितंबर माह में पानी की अधिक आवश्यकता होती है। भादो महीने में यदि जमकर बारिश हुई तो एक बार फिर जलाशय भरने के आस हंै। मौसम विभाग की मानें तो एक दिनों दिन में जमकर बारिश होने की संभावना है। यदि बारिश नहीं हुई तो सितंबर व रबी फसल में किसानों को सिंचाई के लिए बांधों से पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा।
बांधों के पानी को खेतों में छोडऩे के बाद भी निस्तारी के लिए पानी बचाकर रखा जाएग। कोडार जलाशय से अब चार दिन और पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद वो भी बंद हो जाएगा। मिनी जलाशयों में भी कुछ इसी प्रकार है और यहां भी 17 फीसदी तक ही पानी दिया जाएगा। उसके बाद पानी देना बंद हो जाएगा। जल संसाधन के कार्यपालन अभियंता जेके चंद्राकर ने बताया कि सिंचाई के लिए ग्रामीण मांग कर रहे थे। इसलिए बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। जिले में 102 बांध हैं। 53 बांध में ही सिंचाई के लायक पानी है। इसलिए इन बांधों से पानी दिया जा रहा है।