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सीएम से चर्चा
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, दिसंबर। सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर डीएड अभ्यर्थियों का अनशन जारी है। डेढ़ सौ अभ्यर्थी अनशन कर रहे हैं, और इसमें दर्जनभर अभ्यर्थियों की तबियत बिगड़ गई है।
माना-तूता धरना स्थल पर कड़कड़ाती ठंड में प्रदेश भर से डेढ़ सौ से अधिक डीएड अभ्यर्थी अनशन पर बैठे हैं। इनमें से दस अभ्यर्थियों की तबियत खराब हो गई है। इन्हें एंबुलेंस बुलाकर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, और ये सभी ड्रिप चढ़ाकर वापस अनशन पर बैठ गए हैं।
बताया गया कि डीएड-डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने सरकार से सहायक शिक्षकों की भर्ती शीघ्र शुरू करने के लिए सरकार से मांग की थी। हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था। बावजूद इसके प्रक्रिया शुरू नहीं होने पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं होने पर तूता धरना स्थल पर अनशन पर बैठे हैं। एक अभ्यर्थी शैलेन्द्र साहू ने 'छत्तीसगढ़' से चर्चा में बताया अनशनरत अभ्यर्थियों का बीपी बढ़ा हुआ है। तबियत बिगड़ती जा रही है। मगर मांग पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात सीएम विष्णु देव साय से मुलाकात भी हुई थी, लेकिन सीएम से कोई आश्वासन नहीं मिला।
अभ्यर्थियों ने यह भी बताया कि सहायक शिक्षक भर्ती के पांचवें चरण की काउंसलिंग में 2600 पदों पर प्रक्रिया हुई थी, जिसमें केवल 1299 अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिली। शेष 1316 पद रिक्त रह गए। कुल 2300 पद अभी भी रिक्त हैं। हाईकोर्ट ने दो माह के भीतर रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश दिया है। बावजूद इसके सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव ने मांगों को न्यायोचित बताते हुए शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया था । मगर दो महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद अनशन पर बैठने का निर्णय लिया गया। जब तक मांग पूरी नहीं होती, अनशन जारी रहेगा।


