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खड़े ट्रक से टकराई स्कॉर्पियो, पिता-पुत्र समेत 5 मौतें, 7 जख्मी
19-Nov-2025 11:47 AM
खड़े ट्रक से टकराई स्कॉर्पियो, पिता-पुत्र समेत 5 मौतें, 7 जख्मी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 19 नवंबर। सिटी कोतवाली कोण्डागांव अंतर्गत मसोरा टोल नाका के पास नेशनल हाईवे 30 में देर रात भीषण सड़क हादसा हुआ है। हादसे में खड़े ट्रक से एक स्कॉर्पियो जा टकराई, जिसमें मौके पर पिता-पुत्र समेत पांच युवकों की मौत हो गई है, वहीं कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बताया जा रहा है हादसे के दौरान स्कॉर्पियो में 12 युवक सवार थे। 

जानकारी अनुसार, फरसगांव के बड़ेडोंगर से 12 युवक कोण्डागांव में मूवी देखने के लिए आए थे। कोण्डागांव से लौटते समय उनकी स्कॉर्पियो सीजी 27 आर 7920 रफ्तार से जाकर टोल के पास खराब होकर बीच हाईवे में खड़ी ट्रक सीजी 04 एचयू 8214 से टकरा गई।

इस घटना में नूतन मांझी (18) पिता सावंत राम, शत्रुघन मांझी (26) पिता पुषऊ राम, लखन राम मंडावी (40) पिता सूदन, उपेंद्र मंडावी (17) पिता लखन राम, रूपेश मंडावी (23) पिता तिजाऊ राम सभी भैंसाबेड़ा बड़ेडोंगर निवासी की मौके पर ही मौत हो गई है।

वही सोगेंद्र मंडावी (22) पिता तिजाऊ और रविन्द्र नेताम (28) निवासी बड़ेडोंगर को हायर सेंटर मेडिकल कॉलेज जगदलपुर रेफर किया गया है।

इधर कोण्डागांव के जिला अस्पताल में धनेश्वर नाग (18) पिता स्व बोधन लाल, दामेंद्र नाग (22) पिता स्व गणेश और रामचंद्र राणा (27) पिता रामनाथ का उपचार जारी है।

घटना के बाद सिटी कोतवाली कोण्डागांव पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का विवेचना कर रही है। इधर बड़ेडोंगर गांव में मातम का आलम है।


टोल प्लाज़ा प्रबंधन पर उठे सवाल
सिटी कोतवाली कोण्डागांव अंतर्गत नेशनल हाईवे 30 पर स्थित मसोरा टोल नाका के पास बीती रात हुए सडक़ हादसे के बाद टोल प्लाज़ा प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। आरोप है कि यदि टोल प्लाज़ा में क्रेन की सुविधा उपलब्ध होती, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी। इस संबंध में स्वयं टोल प्रबंधक ने भी कमी स्वीकार की है।

जानकारी के अनुसार, बीती रात बीच हाईवे में खराब होकर खड़ी एक ट्रक से स्कॉर्पियो की भीषण टक्कर हो गई। बताया जा रहा है कि यह ट्रक टोल परिसर से लगे मार्ग पर ही खड़ा था। 

मृतकों के परिजन, बड़ेडोंगर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य जयलाल नाग तथा स्थानीय निवासी विशाल शर्मा ने आरोप लगाया है कि टोल प्लाज़ा के पास सडक़ की स्थिति अत्यंत खराब है और कई स्थानों पर गड्ढे बने हुए हैं। इसके अलावा टोल प्रबंधन के पास क्रेन सहित कोई भी आपातकालीन वाहन उपलब्ध नहीं है। परिजनों का कहना है कि यदि टोल प्रबंधन के पास खराब वाहन हटाने की पर्याप्त सुविधा होती, तो ट्रक को तुरंत हटाया जा सकता था। ऐसा होने पर पाँच मासूम जि़ंदगियाँ शायद बच सकती थीं। लेकिन टोल प्रशासन ऐसी सुविधा उपलब्ध कराने में विफल रहा।

उधर, टोल प्रबंधक आलोक पांडे ने बताया कि इस संबंध में एनएचएआई से कई बार क्रेन उपलब्ध कराने की मांग की गई है, लेकिन अब तक सुविधा प्रदान नहीं करवाई गई। उन्होंने कहा कि यदि क्रेन उपलब्ध होती, तो खराब ट्रक को मौके से हटाया जा सकता था और शायद यह हादसा टल सकता था।

 


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