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डॉक्टरों ने चेताया, हाई रिस्क ग्रुप में है, नजर रखें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। प्रदेश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। मगर चिंताजनक बात यह है कि बड़ी संख्या में नाबालिग भी चपेट में आ रहे हैं। शनिवार को अकेले रायपुर में 82 नाबालिग पॉजिटिव आए हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेताया है कि बच्चे हाई रिस्क ग्रुप में हैं, इसलिए उनका ध्यान रखना जरूरी है।
प्रदेश में शनिवार को करीब 35 सौ पॉजिटिव आए हैं। तकरीबन सभी जिलों में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। खास बात यह है कि अब बच्चे भी कोरोना की चपेट में आने लगे हैं। सरकार 15 से 18 वर्ष के किशोरों के वैक्सीनेशन कर रही है, और करीब 45 फीसदी नाबालिगों को पहला डोज लग भी चुका है। मगर इससे कम उम्र के लिए रिस्क बरकरार है।
बताया गया कि रायपुर जिले में शनिवार को एक हजार से अधिक पॉजिटिव आए थे, इनमें से 82 बच्चे 18 साल से कम उम्र के है। न सिर्फ रायपुर बल्कि अन्य जिलों में भी बच्चे कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। बस्तर और सरगुजा से भी बच्चों के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इस पूरे मामले में डायरेक्टर (महामारी) डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि बच्चे, वृद्ध और बीमारियों से पीडि़त लोग हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं। इसलिए उनके केसेस को दूसरों की तुलना में ज्यादा गंभीरता से मॉनिटरिंग की जरूरत है।
डॉ.मिश्रा ने यह भी कहा कि सभी जिलों में बच्चों के लिए अलग से आईसीसीयू की व्यवस्था है। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। यही नहीं, जो बच्चे वैक्सीनेशन की कैटेगरी में नहीं आते हैं, उन्हें मास्क लगाने का अलावा सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाना जरूरी है। चिकित्सक विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की इम्यूनिटी स्ट्रॉग होती है। इसलिए अभी तक जो भी केस आए हैं, उनमें संक्रमण माइल्ड है। ऐसे बच्चों को जिन्हें वैक्सीन नहीं लगा है, उनका ध्यान रखना विशेष तौर पर जरूरी है।
सरगुजा में ऑफलाइन क्लास जारी, बच्चे संक्रमित हो रहे हैं....
सरगुजा जिले के कई स्कूलों में बच्चों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी आई है। बावजूद इसके अभी तक ऑफलाइन क्लास चल रही है, जबकि रायपुर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। और ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है। सरगुजा में ऑफलाइन पढ़ाई को लेकर पालकों में नाराजगी देखी जा रही है।


