कोरिया

खुले में रहने से मौसम की मार नहीं झेल पाई
तीसरी किश्त नहीं मिलने से अधूरा है पीएम आवास
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 14 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किश्त नहीं मिलने की वजह से बुजुर्ग महिला अपनी बेटी व नाती के साथ करीब 3 साल से यात्री प्रतीक्षालय में शरण ली हुई थीं। प्रतीक्षालय के चारों तरफ से खुला होने की वजह से उसे ठंडी, गर्मी, बरसात हर मौसम की मार झेलनी पड़ रही थी। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसाती (पन्नी) ओढक़र रह रहे थे। बीमार पडऩे पर बुधवार शाम लगभग 4 बजे वृद्धा की प्रतीक्षालय में मौत हो गई।
गुरुवार को धवलपुर के ग्रामीण सोहन सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ को फोन पर बताया कि प्रधानमंत्री आवास का सपना संजोए बुजुर्ग महिला बालकुंवर (70) की बीमार पडऩे पर बुधवार शाम लगभग 4 बजे प्रतीक्षालय में मौत हो गई। खुले में रहने से मौसम की मार वह नहीं झेल पाईं।
मनेंद्रगढ़ विकासखंड के बार्डर पर स्थित ग्राम पंचायत धवलपुर के पटेलपारा में बालकुंवर (70) आज से करीब 3 साल पहले झोपड़ी में अपनी बेटी फूलकुंवर के साथ रहती थीं। वर्ष 2018-19 में जब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका आवास स्वीकृत हुआ और योजना के तहत पहली किश्त 25 हजार की राशि आई तो जहां उसकी झोपड़ी थी, वहां पीएम आवास का काम शुरू होने की वजह से झोपड़ी को तोडऩा पड़ा, जिसकी वजह से झोपड़ी के ठीक सामने पटेलपारा में स्थित यात्री प्रतीक्षालय में शरण लेनी पड़ी।
योजना के तहत पहली और दूसरी किश्त की राशि से बुुजुर्ग महिला बालकुंवर का प्रधानमंत्री आवास आधा बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन तीसरी किश्त की राशि नहीं आने की वजह से मकान में छत का काम रूका हुआ है।
बालकुंवर प्रतीक्षालय में बैठकर दिन-रात अपने आवास को निहारती रहती थीं कि कब तीसरी किश्त की राशि मिलेगी, जिससे उसका घर का काम पूरा होगा और वह प्रतीक्षालय छोडक़र सुकून से अपने घर में रह सकेगी।
वृद्धा की बेटी ने बताई वेदना
बालकुंवर जिस प्रतीक्षालय में शरण ली हुई थी, उसमें छत है, लेकिन दीवारें नहीं है, वहीं उसके आधे-अधूरे पीएम आवास में दीवारें हैं, लेकिन छत नहीं है। छत की वजह से उसे मजबूरी में प्रतीक्षालय में रहना पड़ा। वृद्धा बालकुंवर की 30 वर्षीया बेटी फूलकुंवर बताती हैं कि चारों ओर से खुला होने की वजह से उसे ठंड, गर्मी और बरसात हर मौसम की मार उसे अपनी बुजुर्ग माँ और अपने मासूम पुत्र 4 वर्षीय राहुल के साथ झेलनी पड़ रही है।
वे बताती हंै कि प्रतीक्षालय में बिजली भी नहीं है। वर्तमान में बारिश का मौसम होने की वजह से बरसात से बचने के लिए उन्हें बरसाती ओढक़र जहां अपना बचाव करना पड़ रहा है, वहीं रात में बारिश होने पर कई मर्तबा रात जागकर काटनी पड़ती है, लेकिन मदद के लिए अब तक कोई आगे नहीं आया है।
तीसरी किश्त नहीं मिलने से रूका है आवास का काम
ग्राम पंचायत धवलपुर के सरपंच जगदेव का कहना है कि वृद्धा बालकुंवर का पीएम आवास का काम तीसरी किश्त नहीं आने की वजह से फिलहाल बंद है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में पीएम आवास स्वीकृत हुआ था जबकि 2019-20 में काम शुरू हुआ। पिछली बरसात में दूसरी किश्त आई थी, लेकिन अब तीसरी किश्त नहीं आ रही है। सरपंच ने कहा कि पीएम आवास योजना में कई हितग्राहियों के आवास का काम अटका हुआ है।