कोरिया

कम हो रही है बारिश, किसान चिंतित, 1 जून से अब तक मात्र 79.4 मिमी
12-Jul-2022 3:29 PM
कम हो रही है बारिश, किसान चिंतित, 1 जून से अब तक मात्र 79.4 मिमी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 जुलाई।
इस वर्ष जून से लेकर अब तक बारिश की स्थिति ठीक नही रही है। आषाढ का महीना समाप्त होने को है, किसानों ने पहली बारिश के बाद ही फसल को लेकर तैयारी शुरू कर दी थी। वहीं बारिश से धोखा दे दिया। जिससे किसान चिंतीत है यदि इसी तरह की स्थिति कुछ दिनों तक और बनी रहती है तो खेती किसानी का कार्य पिछडने लगेगा। वहीं मौसम वैज्ञानिक दावा कर रहे है कि एक दो दिन मेंं अच्छी बारिश होने के आसार है। वहीं बीते तीन वर्षो के आंकड़ों पर नजर डाले तो हर वर्ष बारिश में कमी आते दिख रही है तो कि आने वाले समय के लिए अच्छे संकेत नहीं है।

इस संबंध में कृषि विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक श्री बोबड़े का कहना है कि बंगाल की खाडी में बन रहे चक्रवात से बारिश के आसार बन रहे है। एक दो दिन मेंं अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। जिससे काफी कुछ कवर हो जाएगा, किसानों की चिंता जायज है।

आषाढ़ के मौसम में जहां जमकर बारिश होनी चाहिए, वहीं दिन में धूप निकल रही है और दोपहर में बादल आसमान में उमड़ते हुए छाए रहते है, लेकिन बिना बरसे ही दिन बित जाता है। जिले में बीते कुछ दिनों से झमाझम बारिश का इंतजार है। जिले में खण्ड वर्षा की स्थिति बन गयी है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में समान रूप से चर्षा का वितरण नही है कही कभी तेज बारिश हुई और थम गयी तो कही सूखा पड़ा हुआ है। बारिश भी कई दिनों के बाद हो रही है, जिससे कि धरती पर  पूरा पानी समा जा रहा है। यही कारण है कि खेतों में पानी का अभाव है किसी भी क्षेत्र के खेतों में पानी भरा दिखाई नही देता जबकि आगामी 13 जुलाई से आषाढ़ का महीना समाप्त हो जायेगा, इसी महीने में जमकर बारिश होती है और इसी महीने में ज्यादा बारिश की उम्मीद भी रहती है, लेकिन इस वर्ष जून जुलाई के महीने में अब तक जिले में बारिश का अभाव है, जिले में कई दिनों से बारिश थम गयी है और सूखे जैसे हालात बनते जा रहे है।

लगातार आ रही है बारिश में कमी
कोरिया जिले में इस वर्ष बारिश में काफी कमी देखी जा रही है। वहीं बीते तीन वर्षो में हुई बारिश पर नजर डाले तो हर वर्ष बारिश में कमी आते गई है। वर्ष 2020 में 11 जुलाई को 11.6 मीमी वर्षा रिकार्ड की गई थी, वर्ष 2021 को 1.8 मीमी और वर्ष 2022 को 0.9 मीमी बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं वर्ष 2020 में 11 जुलाई तक 160.80 मीमी,  वर्ष 2021 में 11 जुलाई तक 121.2 मीमी, वर्ष 2022 में 11 जुलाई तक 79.4 मीमी मात्र वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि बीते 10 वर्षो की इस अवधि में औसत वर्षा 263.2 मीमी है। इस तरह बीते 2 वर्षो के मुकाबले बेहद कम वर्षा अभी तक हुई है जो किसानों के लिए चिंता का विषय तो है ही साथ ही पर्यावरण के लिए बड़ी परेशानी की बात है।

बारिश के अभाव में पिछड़ रही खेती
जिले में इस वर्ष मानूसनी सीजन के शुरूआत में अच्छी बारिश नहीं होने तथा लगातार कई दिनों से धूप निकले होने के कारण खेती कार्य पिछड़ रही है। खेतों की जुताई किसानों द्वारा की जा रही है, लेकिन पानी के अभाव में खेती कार्य पिछड़ रहा है। जिन खेतों के पास पानी की सुविधा है, उन जगहों के किसानों के द्वारा समय पर खेती कार्य कर रहे है, लेकिन ज्यादातर जगहों पर खेतों में सूखा पड़ा हुआ है। धान का पौधा तैयार करने के लिए जुताई कर बोआई कर दी गयी है, जिस पर पानी की आवश्यकता है।


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