कोरिया

रायगढ़ आंदोलन को अधिवक्ता संघ मनेंद्रगढ़ का समर्थन
16-Feb-2022 3:23 PM
रायगढ़ आंदोलन को अधिवक्ता संघ मनेंद्रगढ़ का समर्थन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 फरवरी ।
रायगढ़ की घटना को लेकर अधिवक्ता संघ मनेंद्रगढ़ भी आगे आ गया है। अधिवक्ता संघ मनेंद्रगढ़ ने आंदोलन को अपना समर्थन प्रदान करते हुए राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यशैली व उनके आचरण के संबंध में मुख्यमंत्री, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव तथा कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन प्रेषित किया है।

अधिवक्ता संघ मनेंद्रगढ़ के सदस्य न्यायालय परिसर में एकत्र हुए और रायगढ़ के आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए राजस्व विभाग भ्रष्टाचार बंद करो के नारे लगाए। वहीं ज्ञापन में कहा कि रायगढ़ जिले के नायब तहसीलदार एवं कर्मचारियों के अशोभनीय कृत्य, गाली-गलौज, मारपीट व दुव्र्यवहार का परिणाम है कि अधिवक्ताओं के साथ अव्यवहारिक घटना घटित हुई है। रायगढ़ ही नहीं समूचे छत्तीसगढ़ के राजस्व न्यायालयों व कार्यालयों में दलाली प्रथा चरम सीमा पर पहुंच गई है। समस्त आदेश व कार्य दलालों के अनुसार व विधि को ताक में रखकर किए जा रहे हैं। सामान्य से किसी भी प्रकरण को जटिलता की ओर अग्रसर कर पक्षकारों का शोषण कर पैसों की मांग की जाती है। राजस्व न्यायालयों में राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों व कार्यरत लिपिक, चपरासी एवं कोटवारों की कार्यशैली व आचरण पूरी तरह दूषित हो रही है। यदि किसी प्रकरण में अधिवक्ता उपस्थित हो जाते हैं तो आए दिन अभद्र व्यवहार किया जाता है और पक्षकारों को धमकाया जाता है। पैसों की मांग की जाती है। अधिवक्ताओं से भी पैसों की मांग की जाती है व अधिवक्ता न लगाने की सलाह दी जाती है। अधिवक्ताओं के विरोध करने पर आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती रहती है।

ज्ञापन में कहा गया कि न्यायालय की गरिमा व अधिवक्ताओं के हितों के सुरक्षार्थ राजस्व न्यायालय, कार्यालयों के आचरण व कार्यशैली में सुधार की नितांत आवश्यकता है, अन्यथा रायगढ़ जिले की तरह उक्त घटनाएं आए दिन होने की प्रबल संभावना बनी रहेगी। अधिवक्ताओं के मान-सम्मान का ध्यान रखते हुए व तकरार की स्थिति निर्मित न हो इस पर आवश्यक पहल करते हुए कठोरतापूर्वक दिशा निर्देशों के साथ राजस्व न्यायालय, कार्यालयों को संचालित कराया जाना आवश्यक हो गया है।

ज्ञापन में समस्त राजस्व न्यायालयों एवं कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने कार्यशैली व आचरण में बदलाव लाने, आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाने की मांग की गई है। संघ ने आवश्यक कार्रवाई के लिए ज्ञापन की प्रतिलिपि स्टेट बार काउंसिल छत्तीसगढ़ को भी प्रेषित की है।
 


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