कोरिया

तीन दिनी वन्य प्राणी संरक्षण व संवर्धन पर कार्यशाला
बैकुंठपुर (कोरिया), 15 फरवरी। गुरु घासीदास राष्ट्रीय (टाइगर रिजर्व) पार्क के रामगढ़ में तीन दिवसीय वन्य प्राणी संरक्षण व संवर्धन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें वन जीव एक्सपर्ट के साथ वन विभाग के एपीसीसीएफ डायरेक्टर सहित वन प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
इस संबंध में गुरु घासीदास पार्क के संचालक श्रीरामाकृष्णन ने बताया कि मानव जीवन प्रकृति पर पूरी तरह से निर्भर है। हमें अपना अस्तित्व बनाए रखना है तो सभी जैविक व अजैविक संपदाओं के साथ सामंजस्य बनाए रखना जरूरी है। वन्य प्राणी संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयास व उपयोग विषय पर कार्यशाला हुई।
इस संबंध के एसडीओ अनिल सिंह ने बताया कि वन प्रबंधन समिति और पूरे पार्क के अमले को वन्यजीवों के संरक्षण संवर्धन का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें उन्हें काफी गहराई से वीडियो के द्वारा यह सिखाने कोशिश की गई कि किस तरह हमें वन्यजीवों को संरक्षित करना और उन्हें बढ़ाने में सहयोग करना है।
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को एनटीसीए के टाइगर रिजर्व के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद टाइगर रिजर्व की घोषणा मात्र से इससे पहले वन्य जीव उनके संरक्षण और संवर्धन को लेकर पार्क में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। एपीसीसीएफ ए के विस्वास, सीएफ केनी मेचियो, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक श्रीरामाकृष्णन, एसडीओ अनिल सिंह की प्रमुख उपस्थिति में 11 से 14 फरवरी तक वन्यजीवों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान स्थित रामगढ़ के स्कूल में इस कार्यशाला को संचालित किया गया वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट से संबंध रखने वाले डॉ. राकेश मिश्रा ने वन्य प्राणियों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर वीडियो और ग्राफिक्स के जरिए वन प्रबंधन समिति रेंजर सहित समस्त स्टाफ को बारीकी से प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने कहा कि जैव विधिवता का मानव जीवन व प्रकृति पर प्रभाव होता है। यह अचानक नहीं दिखाई देता, लेकिन एक लंबे अंतराल के बाद इसका अहसास आसपास के वातावरण से किया जा सकता हैं। जीव जंतुओं की प्रजातियों व उनके रहन-सहन की जानकारी दी। वहीं शेड्यूल 1 व 2 व 3 में आने वाले वन्य प्राणियों की जानकारी दी। इसके अलावा विधि के जानकार वाय के सोनी, एमएल नायक ने कानूनी जानकारी साझा की, उन्होंने बताया कि वन्य प्राणियों के मामले में अपराध होने पर किस तरह की कार्यवाही की जा सकती है।