कोरिया

प्रशिक्षित प्रशिक्षकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताई अपनी पीड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 11 फरवरी। कोरिया जिले के पंजीकृत एवं प्रशिक्षित प्रशिक्षकों ने कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपकर रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु जिले के प्रशिक्षित एवं पंजीकृत संस्था को प्रशिक्षण संबंधी कार्य प्रदान किए जाने की मांग की है।
हेमलाल पनिका, शिवम दीवान, निशा मोटवानी, शोभा सिंह, लक्ष्मी, राजकुमार, सूर्ययादव सिंह आदि जिले के कई पंजीकृत एवं प्रशिक्षित प्रशिक्षकों ने संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन में कहा कि रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ के द्वारा 2021-22 के अंतर्गत सभी जिलों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके लिए कुल 12 हजार 729 शासकीय कन्या माध्यमिक शालाओं की कुल राशि 6 करोड़ 36 लाख 45 हजार रूपए एवं 2 हजार 203 हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी शालाओं के लिए 1 करोड़ 10 लाख 15 हजार रूपए कुल 7 करोड़ 10 लाख 7 हजार रूपए स्वीकृत की गई है। स्कूलों में शास्त्रांग इंडियन मार्डन मार्शल आर्ट पंचकुला हरियाणा नामक संस्था को टेंडर प्रदान किया गया है जबकि छत्तीसगढ़ स्तर पर और सभी जिलों में पंजीकृत रूप से सेल्फ डिफेंस कराटे, जूडो, किक, बॉक्सिंग, वुशु, तलवारबाजी, मुदेथाई, पेचोंक, सिलाट, लाठी, ताईक्वाण्डो, सिकारान, कुंग्फू, कुश्ती जैसे 20 से अधिक संस्थाएं राज्य एवं जिला स्तर पर शासन से पंजीकृत हैं।
ज्ञापन में कहा गया कि सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण हेतु 5 हजार रूपए प्रति स्कूल प्रति प्रशिक्षण केंद्र प्रतिमाह की दर से राशि जारी हुई है, लेकिन संबंधित शास्त्रांग इंडियन मॉर्डन मार्शल आर्ट के द्वारा छत्तीसगढ़ प्रशिक्षकों को केवल 12 सौ रूपए देने की बात की जा रही है जो कि छत्तीसगढिय़ा बेरोजगार प्रशिक्षकों के साथ अन्याय है।
ज्ञापन में कहा गया कि सभी जिलों की भांति कोरिया जिले में हमारी संस्था के प्रशिक्षकों द्वारा भी पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के योजनांतर्गत कोरिया जिले के समस्त विकासखण्डों के स्कूलों, हॉस्टलों व आवासीय विद्यालयों में प्रशिक्षण देने का कार्य करते आई है। पिछले कई वर्षों से प्रति स्कूल प्रशिक्षकों को 3 हजार रूपए मिल रहा था और अब जबकि इस तरह से कम वेतन पर कार्य करने की बात सुनने को आई है जो प्रशिक्षकों के साथ अन्याय है।
जरूरत से ज्यादा प्रशिक्षकों का हक मारा जा रहा है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि कोरिया जिले में एसएसए कुल संचालित स्कूल 405 है एवं आरएमएसए कुल संचालित स्कूल 50 हैं और प्रशिक्षण के लिए आदेश पत्र अनुसार प्रति केंद्र दी जाने वाली राशि 5 हजार रूपए के हिसाब से कुल जारी की जाने वाली राशि 22 लाख 75 हजार रूपए है। यदि प्रति केंद्र 12 सौ रूपए देय होता है तो 5 लाख 46 हजार रूपए में कार्य होगा और शेष राशि 17 लाख 29 हजार कहां जाएंगे?
ज्ञापन में प्रशिक्षकों के साथ न्याय और पूर्व में जिस तरह से प्रशिक्षकों को प्रति स्कूल मानदेय दिया जा रहा था कम से कम वही प्रदान करने और जिले में पंजीकृत संस्था के प्रशिक्षकों को ही कार्य मिले तथा छत्तीसगढ़ राज्य से बाहरी किसी भी संस्था के बदाव से कार्य न कराने की प्रशासन द्वारा योजना बनाए जाने की मांग की गई है।