कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 फरवरी। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर स्थित घड़ी चौक के दिन फिरने वाले है, घड़ी चौक को तोडऩे का कार्य शुरू हो चुका है, परन्तु अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि इस बार क्या घड़ी चौक पर घड़ी लगेगी या पूर्व वित्त मंत्री स्व डॉ रामचंद्र सिंहदेव की प्रतिमा, क्योंकि तत्कालिन परिषद ने पूर्व वित्त मंत्री स्व डॉ रामचंद्र सिंहदेव की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पास किया था, अब परिषद बदल चुकी है, परिषद में भाजपा पर सत्ताशीन है।
दरअसल, 15 वर्ष पूर्व वर्ष 2006 में तत्कालिन अध्यक्ष स्च तीरथ गुप्ता ने इसका निर्माण कराया था, इसका शुभारंभ भाजपा के तत्कालिन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने किया था। यहां लगाई गई घड़ी अक्सर बंद रहा करती थी। सबसे पहले लगाये गये घड़ी के सुधार के बाद भी सुधार नहीं होने पर लाखों खर्च कर फिर से नया घड़ी स्थापित की गई थी, लेकिन यह भी आये दिन खराब पड़ी रहती थी, वर्तमान में शहर के घड़ी चौक की घड़ी कोरोना काल के पूर्व से बंद हो गई थी, जिसे आज तक सुधारा नहीं जा सका है।
इसी बीच अब नई परिषद द्वारा घड़ी चौक को नये सिरे से बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसके लिए पुराने चौक में बदलाव किया जा रहा है। वर्तमान समय को देखते हुए शहर घड़ी चौक जो कि वर्षो पूर्व चौक का निर्माण कराया गया था, वह काफी स्थान घेरकर बनाया गया, लेकिन वर्तमान परिवेष में अब उक्त घड़ी चौक को छोटा करने की जरूरत है।
शहर घड़ी चौक को छोटा कर दिये जाने से जगह पर्याप्त हो जायेगा। इस तरह कई वर्षो बाद शहर के घड़ी चौक को बदलाव किया जा रहा हैं। गौरतलब है कि शहर के मध्य स्थित घड़ी चौक का निर्माण 15 वर्षो पूर्व किया गया था और उसके बाद से चौक में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया। पहले उक्त चौक का नाम संजय चौक रखा गया था, लेकिन डेढ़ दशक पूर्व घडी की स्थापना की गयी, जिसके बाद संजय चौक का नाम घड़ी चौक के रूप में रखी गयी तब से घडी चौक के नाम से जाना जाने लगा।
डॉ रामचंद्र सिंहदेव की प्रतिमा लगाने का था प्रस्ताव
शहर के घड़ी चौक में पूर्व में परिषद द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व कोरिया राज परिवार के सदस्य व राज्य के पहले वित्त मंत्री स्व डॉ रामचंद्र सिंहदेव की प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव पारित हुआ था, लेकिन प्रस्ताव होने के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त स्थल पर रामचंद्र सिंहदेव की प्रतिमा स्थापित नहीं हो पायी। अब नई परिषद द्वारा उक्त स्थल पर घड़ी को यथावत रखा जायेगा या फिर किसी महापुरूष की प्रतिमा स्थापित की जायेगी, इस संबंध में किसी तरह का अभी प्रस्ताव नहीं किया गया है।
फव्वारा चौक को भी छोटा करने की जरूरत
शहर में मुख्य मार्ग पर दूसरा बड़ा चौक फव्वारा चौक है, यह चौक भी शहर में वर्षो पूर्व स्थापित किया गया है। इस चौक पर नाम के लिए फव्वारा लगा हुआ है, गर्मी के दिनों में 15 से 20 दिन के लिए यहां का फव्वारा चलता इसके बाद साल भर के लिए फव्वारा बंद हो जाता हैं। एक बार फव्वारा बंद होने के बाद दुबारा इसे सुधार कार्य कर चालू करने की दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया जाता। यह चौक भी बड़ा है, जिसे छोटा कर सेंटर में चौक बनाया जाकर किसी महापुरूष की प्रतिमा स्थापित करने की जरूरत है।